चंबल सेंक्चुअरी के अंतर्गत थाना भरेह के महुआसूड़ा में नदी के किनारे घडिय़ाल का शव पड़ा मिला। उसके मुंह में जाल फंसा हुआ था। इसकी मौत कैसे हुई, इसकी सही जानकारी तो नहीं मिल सकी पर मुंह में जाल फंसा होने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि शिकारियों ने उसकी जान ली है। घडिय़ाल की लंबाई करीब दो मीटर है।
वन विभाग के अधिकारी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे और मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है। घडिय़ाल को संकटग्रस्त प्रजाति का जीव माना जाता है इसलिए इसका चंबल नदी में संरक्षण किया जा रहा है। इससे पहले भी चंबल नदी में भूख और बीमारी से कई घडिय़ालों की मौत हो चुकी है। शिकारियों द्वारा मछली पकड़े जाने के समय घडिय़ाल जाल में फंस जाते हैं। उनके जाल में फंसने पर शिकारी उनका बड़ा थूथन काट देते हैं।