दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर में एक बार फिर एक अजीब सा जानवर देखे जाने से आसपास के इलाकों में हड़कंप मचा गया है। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर जू-1 की तरफ चीता, बाघ या तेंदुआ के पैरों के निशान होने की आशंका जताई जा रही है।

यह अलग बात है कि यह किस जानवर के पैरों के निशान हैं. यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। इससे पहले भी इस इलाके में चीता देखा गया था और फिर कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया था, ऐसे में लोगों में दहशत का माहौल है।
इससे पहले नवंबर, 2018 में ग्रेटर नोएडा के नामी होटल ली ग्रांड के समीप जंगली जानवर के होने की सूचना से हड़कंप मच गया था। होटल के सीसीटीवी फुटेज से जो तस्वीरें सामने आई थी, उससे पता चला था कि यह जानवर फिशिंग कैट है। कासना कोतवाली क्षेत्र में पी थ्री सेक्टर के समीप स्थित होटल ली ग्रांड के समीप फिशिंग कैट देखा गया था। इसके बाद पी थ्री, ओमेगा सेक्टर व होटल में ठहरे पर्यटकों के बीच दहशत का माहौल पैदा हो गया था। बाद में पता चला था कि एक तेंदुए की वजह से दिल्ली से सटा उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा और नोएडा शहर तकरीबन 8 घंटे तक सहमा रहा। शहर में पिछले कई दिनों से यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल थी कि एक तेंदुआ जंगल के साथ रिहायशी इलाके में घूम रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही थी। तेंदुए के पकड़े जाने बाद वन विभाग की टीम उसे फिशिंग कैट बताया था।
जंगल से गांव का रुख करने वाले तेंदुए को दिल्ली व मेरठ से आई वन विभाग की तीन टीमों ने आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पिंजरे में बंद कर लिया था। सुबह से लेकर शाम तक चले ऑपरेशन के दौरान वन विभाग व पुलिस की टीमों से तेंदुआ लुकाछिपी करता रहा। ऑपरेशन के दौरान तेंदुए के हमले में आइटीबीपी का जवान भी मामूली रूप से घायल हो गया। तेंदुए के गांव तक पहुंचाने से ग्रामीणों में दहशत मच गई थी। तेंदुआ पकड़ने जाने के बाद ग्रेटर नोएडा वासियों ने राहत की सांस ली थी। कई अन्य जंगली जीव ग्रेटर नोएडा में विचरण कर रहे हैं। दरअसल स्टेलर जीवन के पास चार दिन पहले तेंदुआ होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस व वन विभाग की टीम ने सर्च अभियान चलाया। वन विभाग की टीम ने पंजों की पहचान कर फिसिंग कैट की पुष्टि की थी। वहीं कुछ दिन पहले इस क्षेत्र में जंगली सूअर भी देखे जाने की चर्चा थी।
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