गीडा सीईओ अनुज मलिक ने कहा कि अदाणी समूह से वार्ता अंतिम दौर में है। श्री सीमेंट्स व एसआईपीएल कंपनियों को भी जमीन दिखाई जा चुकी है। इन तीनों समूह की कंपनियां धुरियापार में स्थापित कराने का प्रयास है। अगर प्रयास में सफलता मिलती है तो धुरियापार का आर्थिक विकास होगा और आसपास के ग्रामीणों को भी शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन की बेहतर सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।
गोरखपुर जिले में अदाणी समूह धुरियापार औद्योगिक क्षेत्र में गजपुर और नरायनपुर खुर्द गांव के बीच सीमेंट की फैक्टरी लगाएगा। समूह के चार प्रतिनिधियों ने जमीन फाइनल कर दी है। बृहस्पतिवार की शाम को जमीन आवंटन के लिए गीडा सीईओ के साथ बैठक भी हुई। जल्द ही कंपनी को यह जमीन आवंटित कर दी जाएगी। अदाणी समूह यहां 60 करोड़ की जमीन पर फैक्टरी लगाने में करीब 500 करोड़ का निवेश करने की तैयारी में है।
गीडा प्रशासन लंबे समय से अदाणी समूह के संपर्क में है। गीडा प्रशासन का कंपनी को धुरियापार में विकसित हो रहे औद्योगिक इलाके में जमीन देकर दूसरी कंपनियों को भी वहां के लिए आकर्षित करने की योजना है। पिछले साल सितंबर में पहली बार इस कंपनी के साथ वार्ता शुरू हुई। नवंबर में गीडा के स्थापना दिवस से पहले ही कंपनी ने यहां अपनी फैक्टरी लगाने में रुचि दिखाई।
इसके बाद कई चरणों में कंपनी प्रबंधन और गीडा प्रशासन के बीच ऑनलाइन वार्ता हुई। दिसंबर में कंपनी के दो प्रतिनिधि जमीन देखने आए थे। फिर से बृहस्पतिवार को कंपनी के चार प्रतिनिधि गीडा कार्यालय पहुंचे। गीडा सीईओ अनुज मलिक और कंपनी के प्रतिनिधियों के बीच चली वार्ता के बाद करीब-करीब सहमति बन चुकी है।
श्री सीमेंट ने भी दिखाई धुरियापार में सीमेंट फैक्टरी लगाने में रुचि
अदाणी समूह के बाद अब श्री सीमेंट ग्रुप भी धुरियापार में अपनी सीमेंट फैक्टरी लगाने में रुचि दिखाई है। कंपनी की तरफ से 50 एकड़ जमीन की मांग की गई है। कंपनी यहां लगभग 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। हालांकि, अभी इनकी तरफ से प्रपोजल गीडा प्रशासन को नहीं मिला है, लेकिन इस कंपनी के प्रतिनिधि गीडा आकर अफसरों से मिल चुके हैं। इन्हें भी अदाणी समूह के लिए प्रस्तावित जमीन के नजदीक ही जमीन दिखाई गई है। इसके अलावा रेलवे का सामान बनाने वाली कंपनी एसआईपीएल के प्रतिनिधि भी बृहस्पतिवार को जमीन देखने धुरियापार पहुंचे थे।
उद्योगों की स्थापना से धुरियापार का होगा शहरीकरण
धुरियापार इलाके में अदाणी समूह, श्री सीमेंट्स और एसआईपीएल कंपनी की फैक्टरियां लगती हैं तो इलाके का आर्थिक विकास तेजी से होगा। जानकारों का कहना है कि इस औद्योगिक क्षेत्र में प्रति एकड़ करीब ढाई करोड़ रुपये जमीन लीज में जाएंगे, जिससे गीडा की आय बढ़ेगी। इससे इलाके में मूलभूत सुविधाओं का विकास होगा। अदाणी समूह की स्थापना से करीब 1000 प्रत्यक्ष रोजगार व दो हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इसी तरह श्री सीमेंट्स से भी करीब 500 लोगों को प्रत्यक्ष और एक हजार को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। लोगों के रहने पर स्कूल, अस्पताल, किराए के मकान, परिवहन और बाजार का भी विकास होगा। इन सबकाे मिलाकर धुरियापार इलाके का शहरीकरण शुरू हो जाएगा।
गीडा सीईओ अनुज मलिक ने कहा कि अदाणी समूह से वार्ता अंतिम दौर में है। श्री सीमेंट्स व एसआईपीएल कंपनियों को भी जमीन दिखाई जा चुकी है। इन तीनों समूह की कंपनियां धुरियापार में स्थापित कराने का प्रयास है। अगर प्रयास में सफलता मिलती है तो धुरियापार का आर्थिक विकास होगा और आसपास के ग्रामीणों को भी शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन की बेहतर सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी। इसके अलावा गीडा को भी राजस्व मिलेगा, जिससे औद्योगिक इलाकों में विकास कार्य कराने में सहूलियत होगी।