उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास दुबे के एनकाउंटर पर सवाल उठा दिए हैं. समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस मामले में साजिश करने में लगी हुई है, जिस तरह से समाजवादी पार्टी का नाम दिलवाया जा रहा है बीजेपी वाले चाहते हैं कि दूसरों पर आरोप थोप दिया जाए.
अखिलेश यादव ने मांग करते हुए कहा कि विकास दुबे के पिछले 5 साल के फोन के रिकॉर्ड निकाले जाएं, ताकि ये सामने आ सके कि उसका किससे संबंध था. अखिलेश ने कहा कि कौन नेता उसे बचा रहे थे, कौन पुलिसवाले उसके साथ थे ये सब साफ हो जाना चाहिए.
पूर्व सीएम ने ये भी कहा कि अगर इसमें समाजवादी पार्टी के नेताओं का नाम होगा, तो वो भी सामने आ जाएगा.
लेकिन इसकी जांच होनी चाहिए और सबके सामने सच आना चाहिए. अखिलेश यादव ने कहा कि पूरा थाना हटा दिया गया, कुछ पुलिसवालों को जेल में डाल दिया गया, इस विकास दुबे ने पुलिस विभाग से लेकर राजनेताओं तक अपना नेटवर्क बिछाया था.
योगी सरकार पर बरसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हमें समझ नहीं आ रहा है कि विकास की मां से ऐसा क्यों बुलवाया जा रहा है. आज यूपी में पैसा लेकर ट्रांसफर किया जा रहा है, कोई भी कानून व्यवस्था नहीं है. फर्जी एनकाउंटर कर दिए जा रहे हैं.
अखिलेश ने कहा कि सरकार सिर्फ चाहती है कि लोगों को ठोका जाए, लेकिन लोग भूल जाते हैं कि किसे ठोकना है. सरकार किसी को भी कैसे मार सकती है, आज मानवाधिकार आयोग की ओर से सबसे अधिक नोटिस यूपी को मिल रहे हैं.
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने पहले भी आरोप लगाया था कि विकास का एनकाउंटर इसलिए किया गया, ताकि राजनीतिक राज बाहर ना आ सकें.