गेहूं की बढ़ती कीमतों (wheat price) को लेकर सरकार बड़ा प्लान बना रही है. बुधवार को सरकार (Central Government) ने कहा है कि गेहूं की कीमतों पर उनकी नजर है और अगर इसमें और तेजी देखने को मिलेगी तो उस पर अंकुश लगाने के खास कदम उठाएं जाएंगे. केंद्रीय खाद्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया है कि गेहूं और चावल की स्थिति इस समय पर काफी सहज है और सरकार की बफर की जरूरतों से काफी ऊपर है.
प्रतिबंध के बाद 7 फीसदी बढ़े रेट्स
एक तरफ जहां गेहूं की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है. वहीं, चावल की कीमतों में स्थिरता है. मई महीने में गेहूं की कीमतों में प्रतिबंध लगने के बाद में खुदरा कीमतों में करीब 7 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली थी. इसके अलावा MSP मूल्य में करीब 4 से 5 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. केंद्र सरकार की ओर से घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया था.
खाने वाला तेल भी होगा सस्ता
इसके अलावा खाने वाले तेल की कीमतों की बात करें तो इनमें भी गिरावट देखने को मिल सकती है. इंटरनेशनल मार्केट में तेल की कीमतों में गिरावट हावी है तो माना जा रहा है कि घरेलू मार्केट में भी तेल की कीमतों में कमी आने की संभावना है.
बढ़ेगी फ्री राशन स्कीम?
इसके अलावा फ्री राशन पर मंत्री ने कहा है कि अगर सरकार उचित समय पर इस स्कीम को बढ़ाने का फैसला लेती है तो इसको आम जनता के लिए बढ़ाया जाएगा और सरकार के पास पर्याप्त स्टॉक है.