हर व्यक्ति के जीवन में गुरु का बड़ा ही महत्व होता है क्योंकि वह बहुत कुछ सिखाता और बताता है. ऐसे में गुरु के सम्मान में गुरु पूर्णिमा का दिन हर जगह धूमधाम से मनाया जाता है. ऐसे में आप सभी को बता दें कि इस बार गुरू पुर्णिमा आज यानी 5 जुलाई को है. जी हाँ और इस दिन गुरु के प्रति आदर- सम्मान और कृतज्ञता को जताते हुए इसे मनाया जाना चाहिए. अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं कौन थे ब्रह्माण्ड के पहले गुरु.
कौन थे ब्रह्माण्ड के पहले गुरु – गुरु को हमेशा ब्रह्मा, विष्णु और महेश के समान पूज्य की बात कही जाती है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस ब्रह्मांड के सबसे पहले गुरु कौन थे. जी दरअसल आज हम आपको उन्ही के बारे में बताने जा रहे हैं. आप सभी को बता दें कि इस ब्रह्मांड के सबसे पहले गुरु माने गए है भगवान शिव. जी हाँ और हिंदु पुराणों के अनुसार उनके शिष्य शनिदेव और परशुराम है. जी हाँ, कहा जाता है इस धरती पर सबसे पहले महादेव ने ही सभ्यता और धर्म का प्रचार-प्रसार किया था और वही कहलाये थे ब्रह्मांड के सबसे पहले गुरु.
वैसे इसी वजह से वह आदिदेव और आदिगुरु भी कहलाये. केवल इतना ही नहीं बल्कि महादेव को आदिनाथ कहकर भी बुलाया जाता है. जी दरअसल आदिगुरु महादेव ने शनि और परशुराम के साथ-साथ 7 लोगों को भी ज्ञान दिया था और यह आगे चलकर फिर सप्तर्षि कहे गए थे और शिव के ज्ञान को चारों तरफ ब्रह्मांड में प्रचार प्रसार किया था.