गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल को केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद अब प्रदेश संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी शुरु हो गई है। पाटिल की अगुवाई में गुजरात भाजपा विधानसभा की 182 में से 161 सीटों तक पहुंची है। उधर राज्यमंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं हाल ही विधानसभा उपचुनाव में जीतने वाले अर्जुन मोढवाडिया को मंत्री बनाने की प्रबल संभावना है।
गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल को केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद अब प्रदेश संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी शुरु हो गई है। पाटिल की अगुवाई में गुजरात भाजपा, विधानसभा की 182 में से 161 सीटों तक पहुंची है। उधर राज्यमंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं, हाल ही विधानसभा उपचुनाव में जीतने वाले अर्जुन मोढवाडिया व सी जे चावडा को मंत्री बनाने की प्रबल संभावना है।
लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में नई सरकार का गठन हो गया लेकिन अब गुजरात सरकार व संगठन में भारी बदलाव की अटकलें लगाई जा रही है। दक्षिण गुजरात की नवसारी सीट से पाटिल चौथी बार सांसद बने हैं तथा यह चुनाव उन्होंने राज्य में सबसे अधिक 7 लाख 73 हजार मतों के अंतर से चुनाव जीता है। 2022 के विधानसभा चुनाव में पाटिल ने अध्यक्ष रहते विधानसभा की 182 में से 156 सीट पर जीत दिलाई थी।
पीएम मोदी ने पाटिल को कैबिनेट मंत्री बनाकर रिटर्न गिफ्ट दिया
हाल ही आम चुनाव के साथ गुजरात की 5 विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सभी 5 सीटों पर भाजपा की जीत हुई, इसके बाद अब राज्य में भाजपा विधायकों की संख्या रिकार्ड 161 पहुंची है। लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पाटिल जैसे कद्दावर नेता को कैबिनेट मंत्री के रूप में रिटर्न गिफ्ट दी है। उनके केंद्र में मंत्री बनने के बाद अब गुजरात भाजपा अध्यक्ष पद के लिए नये नेता की तलाश शुरु हो गई है।
नए अध्यक्ष के साथ बदलाव की तैयारियां शुरू
प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी यज्ञेश दवे ने बताया कि राज्य भाजपा के प्रमुख को कैबिनेट मंत्री बनाया जाना गौरव की बात है और अब प्रदेश संगठन में नये अध्यक्ष के साथ बदलाव की तैयारियां शुरू हो गई है। अध्यक्ष का चुनाव केंद्रीय आलाकमान को करना है, राज्य में भाजपा को हाल कोई चुनौती नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष पद किसी गैर पाटीदार के खाते में जा सकती है
मुख्यमंत्री पद पर पाटीदार नेता होने के कारण प्रदेश अध्यक्ष पद किसी गैर पाटीदार के खाते में जा सकती है। इस पद के लिए खेडा से तीसरी बार सांसद बने पूर्व केंद्रीय मंत्री देवूसिंह चौहाण का नाम खासा चर्चा में है। कच्छ सुरक्षित सीट से दूसरी बार सांसद बने विनोद चावडा, पूर्व सांसद किरीट सिंह सोलंकी का नाम भी चर्चा में है। जामनगर से तीसरी बार सांसद चुनी जाने वाली पूनम माडम राज्य भाजपा की पहली अध्यक्ष हो सकती हैं।