सूरत के डिप्टी मेयर नरेंद्र पाटिल को शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के दौरे के दौरान एक अग्निशमन अधिकारी की पीठ पर जाना पड़ा। उनके पैरों में दर्द होने के कारण उन्हें पीठ पर लेकर रास्ता पार करवाया गया।
सूरत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर निकले शरह के डिप्टी मेयर को अग्निशमन अधिकारी की पीठ पर लेकर गए। हालांकि अग्निशमन अधिकारी का कहना है कि डिप्टी मेयर के पैरों में दर्द था, इसलिए उन्होंने पीठ पर उठाया था।
सूरत के डिप्टी मेयर शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। यह क्षेत्र भारी बारिश के कारण तबाह हो गया था। वे यह यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे थे कि एक इमारत के बाढ़ग्रस्त बेसमेंट में फंसे एक व्यक्ति का शव निकाला जाए और उसके परिवार को सौंपा जाए। इसलिए वे रविवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। सोशल मीडिया पर डिप्टी मेयर नरेंद्र पाटिल की अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि भाजपा नेता के पैरों में दर्द था।
उन्होंने पर पाटिल को 2-3 फीट तक ही पीठ पर उठाया था। हालांकि पाटिल ने अब तक इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया है। उप-अग्निशमन अधिकारी सुनील चौधरी ने बताया कि डिप्टी मेयर ने हाल ही में सूरत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था, जो भारी बारिश से तबाह हो गया था। सुनील चौधरी ने बताया कि उन्होंने पाटिल को इसलिए उठाया क्योंकि डिप्टी मेयर के पैरों में काफी देर तक खड़े रहने के कारण तकलीफ हो रही थी।
अग्निशमन अधिकारी ने कहा कि डिप्टी मेयर कई घंटों तक घटनास्थल पर खड़े रहे। उनके पैरों में दर्द था, और इलाका कीचड़ भरा था। इसलिए उन्होंने इसे पार करने के लिए मेरी पीठ का सहारा लिया। उन्होंने यह भी कहा कि वे नागरिकों की मदद करने में संकोच नहीं करते। यह कोई बड़ी बात नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में डिप्टी मेयर ने सफेद शर्ट, पतलून और जूते पहने हुए, चौधरी की पीठ पर सवारी करते हुए एक छोटे से कीचड़ वाले हिस्से को पार करते हुए देखा जा सकता है।
चार दिन से पानी में डूबा था व्यक्ति का शव
अग्निशमन अधिकारी ने यह भी बताया कि “चार दिन पहले एक व्यक्ति डूब गया था, लेकिन उसका शव बेसमेंट में 35 फीट गहरे पानी में फंसा हुआ था। अग्निशमन अधिकारियों ने चार दिनों तक काम किया, लेकिन शव नहीं मिल पाया। गोताखोर और अन्य अग्निशमन अधिकारी बचाव अभियान में लगे हुए थे। हम शव को बाहर निकालने के लिए नाव और रस्सी का उपयोग कर रहे थे, क्योंकि शव लोहे की छड़ में फंसा हुआ पाया गया था।