नई दिल्ली । भाजपा शासित मध्य प्रदेश में गौपालन और पशुधन संवर्धन बोर्ड में कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेशवरानंद गिरी ने कहा है कि तीसरा विश्व युद्ध गाय के कारण ही होगा।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां जानवरों को पाला जाता है और यह कई लोगों की आमदनी का भी जरिया होते हैं। यदि इनको नुकसान होता है तो इससे समाज के विभिन्न समूहों में नाराजगी उत्पन्न हो सकती है। इसी के आधार पर मैंने यह कहा था कि इससे तीसरा विश्व युद्ध होने के ज्यादा आसार हैं।”
स्वामी का यह बयान तब आया है जब दो दिन पहले ही पीएम मोदी ने गाय की सुरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा था कि लोग फ़र्ज़ी गौरक्षकों से सावधान रहे। उन्होंने कहा था कि 80 फीसदी गौरक्षक गोरख धंधों में लिप्त हैं।
स्वामी का कहना है कि गाय हमेशा तकरार का सूत्र रही हैं पौराणिक कथाओं में इसका जिक्र है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि 1857 की आजादी की पहली लड़ाई भी गाय की वजह से लड़ी गई थी। स्वामी को साल 2010 में निरंजनी अखाड़ा का महामंडलेश्वर बनाया गया था। महामंडलेश्वर बनने के 12 साल पहले उन्होंने सन्यासी की दीक्षा हासिल की थी। दीक्षा लेने से पहले स्वामी विश्व हिंदू परिषद के पूर्व कार्यकर्ता के रूप में राम जन्मभूमि आंदोलन के साथ जुड़े रहे हैं।