गाजा में युद्धविराम को लेकर शुक्रवार को होने वाले मतदान टल गया। मतदान टलने से पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अरब मंत्रियों और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के बीच एक बैठक हुई और इसके बाद मतदान टल गया।
युद्धविराम को लेकर टला मतदान
बता दें कि 15 सदस्यीय परिषद को शुक्रवार सुबह एक संक्षिप्त मसौदा प्रस्ताव पर मतदान करना था, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात के अनुरोध पर इसमें देरी हुई। किसी भी प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले प्रस्ताव के पक्ष में कम से कम नौ वोटों की आवश्यकता होती है और पांच स्थायी सदस्यों- अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस या ब्रिटेन द्वारा कोई वीटो नहीं किया जाता है।
मतदान टलने की क्या है वजह?
प्रस्ताव पर मतदान टलने को लेकर अमेरिका ने कहा कि वह इस समय सुरक्षा परिषद की किसी भी आगे की कार्रवाई का समर्थन नहीं कर सकता है। जानकारी के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र में अब शाम 5.30 बजे (स्थानीय समयानुसार) मतदान होना है।
एक सप्ताह के लिए रुका था युद्ध
इससे पहले इजरायल और हमास के बीच एक सप्ताह के युद्धविराम पर बात बनी थी। इस दौरान फलस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों की रिहाई हुई थी। इसके बाद गाजा में फिर से युद्ध जारी है। इस युद्ध में अब तक काफी नुकसान हो चुका है।
24 घंटे में हमास के 450 ठिकाने तबाह
इजरायली रक्षा बल (आइडीएफ) का दावा है कि उसने गाजा में बीते 24 घंटे में हमास आतंकियों के 450 ठिकानों को तबाह कर दिया है। गाजा में इतने बड़े हमले के बाद अमेरिका भी चिंतित हो उठा है, क्योंकि हर हमले में भारी संख्या में फलस्तीनी नागरिकों की भी मौत हो रही है।
हमास ने कहा कि इजरायली सेना के साथ उत्तर में गाजा शहर के शेजाइया जिले में और दक्षिण में खान यूनिस में सबसे तीव्र झड़पें हो रही थीं। इस दौरान इजरायली सैनिक एन्क्लेव के दूसरे सबसे बड़े शहर के केंद्र में पहुंच गए थे।
इजरायल ने गाजा पट्टी पर अपने हमले को और अधिक तेज कर दिया है। इजरायली सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने पिछले 24 घंटों में गाजा में जमीन, समुद्र और हवा से 450 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया है, जो पिछले सप्ताह संघर्ष विराम के बाद से सबसे बड़ा हमला है।