नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को अब दारुल उलूम देवबंद का समर्थन मिल गया है. गणतंत्र दिवस पर इस मसले को लेकर दारुल उलूम देवबंद का दर्द भी छलका.
दारुल उलूम देवबंद के उस्ताद मौलाना अब्दुल अब्बास ने प्रदर्शनकारियों को अपना समर्थन देते हुए कहा कि हम अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर चुप रहे. इसके बाद जब तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया, तब भी चुप रहे. हालांकि अब नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हैं.
उस्ताद मौलाना अब्दुल अब्बास ने कहा कि हम नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों का समर्थन कर रहे हैं.
कुछ ताकतें देश को तोड़ना चाहती हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने 26 जनवरी पर आयोजित एक कार्यक्रम में दारुल उलूम देवबंद का दर्द बयां करते हुए सीएए के खिलाफ प्रदर्शन को अपना समर्थन देने का ऐलान किया.
दूसरी ओर, गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के शाहीन बाग में तिरंगा फहराया गया. यह तिरंगा शाहीन बाग में उसी जगह फहराया गया जहां पिछले करीब डेढ़ महीने नागरिकता संशोधन अधिनियम और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है