नाराजगी के बीच पासवान ने भी सहयोगियों की सलाह दरकिनार करने का आरोप लगाया। शिवसेना और रालोसपा भाजपा से अरसे से नाराज चल रही हैं। हम पार्टी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए राजग से पहले ही नाता तोड़ चुकी है। सहयोगियों की नाराजगी गठबंधन में बिखराव का सियासी संदेश दे रही है, वहीं विपक्ष लगातार एकजुट होने की कोशिश कर रहा है।
ऐसे में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अब नई रणनीति के तहत खुद सहयोगियों को मनाने का जिम्मा उठाया है। इसी क्रम में उन्होंने भूपेंद्र और धर्मेंद्र को पासवान को मनाने भेजा था। जल्द ही पार्टी नेता रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात करेंगे। महाराष्ट्र इकाई को शिवसेना के खिलाफ आक्रामक बयानबाजी न करने का निर्देश दिया गया है। शिवसेना से सुलह के लिए जल्द ही केंद्रीय स्तर पर पहल की जाएगी।