अक्सर देखा गया है कि हर मर्द यह चाहत रखता है कि उसकी होने वाली दुल्हन वर्जिन हो फिर चाहे वह खुद वर्जिन हो या ना हो। जी हाँ, पुराने समय से ही रीती-रिवाज और परंपरा के नाम पर अधिकांश लड़कियों को अपनी वर्जिनिटी चेक कराने के लिए शर्मसार होना पड़ा है जबकि मेडिकल के आधार पर बिना संबंधों के भी अनेक कारणों की वजह से लड़की अपनी वर्जिनिटी खो सकती हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही अनोखी परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ दुल्हन की वर्जिनिटी जांचने केवल दूल्हा ही नहीं बल्कि पूरा गाँव आता हैं।
यहाँ नयी दुल्हन की वर्जिनिटी को ना सिर्फ घरवाले चेक करते हैं बल्कि पूरा गाँव चेक करता है। ये कई सालों से चला आ रहा है कि शादी की रात को बिस्तर पर सफ़ेद चादर लगा दी जाती है और दूसरे दिन लड़की की वर्जिनिटी चेक करते।
महाराष्ट्र में कंजरभाट नाम का एक समुदाय है जिसमें कपल को सुहागरात से पहले एक सफेद चादर दी जाती है जो सुबह ये बताती है किए लड़की वर्जिन है या नहीं। ये और भी हैरानी की बात है कि ब्लड स्पॉट देखने के लिए न सिर्फ घर वाले इंतज़ार करते हैं बल्कि पूरा गाँव आता है और उनक साथ सरपंच इसका इंतज़ार करते हैं।
यह परंपरा 20 सालों से चली आ रही है और लोग इसे मानते भी हैं। लड़की अगर वर्जिन निकली तो ठीक है नहीं तो उसके साथ बहुत गंदा बर्ताव होता है जो जानवरों से बदतर होता है। इस पर कुछ लोगों ने विरोध भी जाताया है लेकिन सरपंच के कारण कोई भी इस पर नहीं बोलना चाहता है।