वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए मैरी कॉम को मिले बिने ट्रायल के सीधे प्रवेश के बाद शुरू हुए विवाद में अब खेल मंत्रालय भी कूद पड़ा है। मंत्रालय ने बॉक्सिंग फेडरेशन के इस निर्णय पर उससे जवाब तलब किया है। एक अखबार के मुताबिक, खेल मंत्रालय ने नोटिस भेजकर इस ट्रॉयल की पूरी डिटेल मांगी है। केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजीजू बिना ट्रॉयल के किसी भी खिलाड़ी के सेलेक्शन के पक्ष में नहीं है। इसी कारण इस मुद्दे पर सफाई मांगी गई है।
खेल मंत्रालय के स्पोर्ट्स कोड 2011 के अनुसार भारत सरकार से मदद लेने वाले सभी खेल संघों को अंतराष्ट्रीय इवेंट कराने से पहले ट्रायल कराना जरूरी है। मगर बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने नियम के विपरीत विश्व चैंपियनशिप के लिए 51 किग्रा और 69 किग्रा वेट कैटेगरी के ट्रायल नहीं कराए। बता दें कि निकहत जो एक जूनियर मुक्केबाज हैं ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि उन्हें मंगलवार को वनलाल दुआती के खिलाफ ट्रायल बाउट में ‘भाग लेने से रोका’ गया और ऐसा मुख्य चयनकर्ता राजेश भंडारी ने किया जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया।
निकहत ने थाईलैंड टूर्नामेंट में रजत पदक जीता था और वह 51 किग्रा के ट्रायल में मैरी कॉम को चुनौती देने की आशा लगाए थी। राजेश भंडारी ने स्वीकार किया कि मैरी कॉम को चुनने का निर्णय बीएफआई के टॉप अधिकारियों के साथ सलाह मशविरा करने के कुछ दिन पहले लिया गया था। विश्व चैम्पियनशिप रूस में तीन से 13 अक्टूबर तक खेली जायेगी।