फेसबुक और इंस्टाग्राम पर युवतियों से दोस्ती गांठने के बाद महंगे गिफ्ट भेजने के नाम पर ठगी करने वाले नाइजीरियन युवक को कानपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। वह अबतक करीब 40 लड़कियों को जाल में फंसाकर करीब 70 से 80 लाख रुपये ठग चुका है। उसके कब्जे से पुलिस ने दो मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक पास पोर्ट और इनकम टैक्स का नकली आईडी कार्ड भी बरामद किया है। वह वर्ष 2019 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था और साउथ दिल्ली में रह रहा था।
नवाबगंज थाने में दर्ज था मुकदमा
24 जुलाई को नवाबगंज थाने में युवती ने मुकदमा दर्ज कराया था। उसने बताया था कि वह प्राइवेट नौकरी करती है और इंस्टाग्राम पर केविन हेरिसन नाम के व्यक्ति से दोस्ती हुई थी। फेसबुक और व्हाट्सएप चैट से बातचीत शुरू हो गई और युवक खुद को यूके का नागरिक बताता था। युवक ने उसे एक महंगा गिफ्ट भेजने की बात कही, इसपर पहले उसने गिफ्ट के लिए मना किया। लेकिन बार-बार कहने पर मान गई और उसने गिफ्ट ले लिया।
कस्टम अधिकारी बनकर किया फोन
युवती ने बताया कि इसके बाद उसे कस्टम विभाग अधिकारी बनकर फोन किया और कीमती गिफ्ट आने की बात कही। गिफ्ट लेने के लिए आपको 23500 रुपये देने होंगे, इस पर पेटीएम द्वारा एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद फिर फोन आया और उससे कहा गया कि गिफ्ट में पैसे भी हैं, इसके लिए आपको मनी लैंडिंग प्रमाण पत्र देना होगा वरना मुश्किल में फंस जाओगी। दोबारा बातें सुनकर वह घबरा गई और फिर से 65200 रुपये अकाउंट में भेज दिये। इस तरह डरा धमकाकर अबतक 404787 रुपये खाते में जमा करा लिये। इसके बाद उसने गिफ्ट नहीं रिसीव करने और रुपये वापस मांगे तो उसका मोबाइल नंबर ब्लाक कर दिया गया।
इस तरह पकड़ा गया शातिर
पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि नवाबगंज थाने में दर्ज मुकदमे की जांच के दौरान काल डिटेल व अन्य रिकार्ड के आधार पर क्राइम ब्रांच ने नोएडा दिल्ली सीमा से अभियुक्त ओकुवारिमा मोसिस को गिरफ्तार किया, जो मूलरूप से नाइजीरिया का रहने वाला है। वह वर्तमान में महावीर नगर नई दिल्ली में रह रहा था। उसके पास से दो मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक पास पोर्ट और एक इनकम टैक्स का आईडीकार्ड भी बरामद हुआ है। ओकुवारिमा मोसिस ने इंस्टाग्राम पर केविन हेरिसन नाम से युवतियों को अपने जाल में फसाता था। पूछताछ में उसने करीब 40 युवतियों को अपने जाल में फंसाकर करीब 70 से 80 लाख रुपये की ठगी की जानकारी दी है। ठगी का शिकार हुए लोगों में छह पीड़ितों से क्राइम ब्रांच टीम ने संपर्क किया है, जो यह अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं। आरोपित के बैंक खातों की पड़ताल की जा रही है।