संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों पर नजर रखने वाली संस्था ने एक रिपोर्ट में गुरुवार (8 फरवरी) को कहा कि अलकायदा के वैश्विक नेटवर्क ने लगातार ‘‘उल्लेखनीय ढंग से अपनी पकड़’’ बना रखी है और कुछ क्षेत्रों में इस्लामिक स्टेट समूह से ज्यादा खतरा इस समूह के कारण है. यह रिपोर्ट सुरक्षा परिषद को भेजी गई. इसमें कहा गया कि यमन आधारित अलकायदा इन दी अरेबियन पेनेन्सुला (एक्यूएपी) इस आतंकी समूह के लिए संवाद केंद्र का काम करता है. गौरतलब है कि अलकायदा को संरा ने आतंकी समूह घोषित किया है.
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘अल कायदा से संबद्ध समूह सोमालिया और यमन जैसे कुछ क्षेत्रों में प्रमुख आतंकी खतरा बने हुए हैं. इस तथ्य की लगातार हुए हमलों और नाकाम किए गए अभियानों के जरिए पुष्टि होती है.’’ इसमें कहा गया कि पश्चिम अफ्रीका और दक्षिण एशिया में अल कायदा से जुड़े समूह आईएस से जुडे़ समूहों जितना ही गंभीर खतरा पेश करते हैं.
संरा सदस्य देशों ने यह आंशका भी जताई कि एक दूसरे को समर्थन करने की खातिर अलकायदा और आईएस एक साथ आ सकते हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि कुछ क्षेत्रों में यह एक नया खतरा हो सकता है. संरा की निगरानी संस्थाओं ने कहा कि इस्लामिक स्टेट ने सीरिया और इराक में पिछले वर्ष अपना स्वघोषित खलिफा खो दिया जबकि अल कायदा अब भी मजबूत पकड़ बनाए हुआ है. सीरिया में अल नुसराह फ्रंट अलकायदा से जुड़ा विश्व का सबसे बड़ा और मजबूत समूह है. इसमें सात हजार से 11 हजार लड़ाके हैं.
यमन में अमेरिकी हवाई हमलों में 4 आतंकवादी ढेर
वहीं दूसरी ओर यमन के अल-बायदा प्रांत में अलकायदा के ठिकानों पर हुए अमेरिकी हवाई हमलों में चार आतंकवादी ढेर हो गए। स्थानीय सुरक्षा अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, “यमन के अल-बायदा में अलकायदा के ठिकानों पर हुए अमेरिकी हवाई हमलों में चार आतंकवादी की मौत हो गई।” स्थानीय सुरक्षा सूत्र ने बताया, “हालांकि, इन हमलों में अलकायदा के कई आतंकवादी बच निकले।”