इंश्योरेंस एक ऐसा निवेश है जो इंसान के जीवन के साथ और उसके बाद परिवार के काम आता है। इंश्योरेंस कई प्रकार के होते हैं और आज हम यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (Ulips) के बारे में बात कर रहे हैं। यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान वास्तव में इंश्योरेंस पॉलिसी और मार्केट लिंक इंवेस्टमेंट प्रोडक्ट का कॉम्बिनेशन है। इस पॉलिसी के तहत प्रीमियम का एक हिस्सा इक्विटी या डेट फंड में निवेश किया जाता है। इस प्रोडक्ट में इंश्योरेंस और इंवेस्टमेंट का कॉम्बिनेशन 5 साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आता है। ग्राहकों को रिस्क के हिसाब से लार्ज, मिड या स्मॉल कैप, डेट या बैलेंस्ड इन्वेस्टमेंट में निवेश करने की छूट दी जाती है। इसी के साथ अलग-अलग फंडों में स्विच करने की भी अनुमति मिलती है।
कितने प्रकार के होते हैं यूलिप
यूलिप दो प्रकार के होते हैं- पेंशन और एंडोमेंट प्लान।
चार्ज और टैक्स
यूलिप में 4 तरह के चार्ज हैं- एलोकेशन, पॉलिसी एडमिनिस्ट्रेशन, मॉर्टेलिटी और फंड मैनेजमेंट चार्ज। फंड मैनेजमेंट के चार्जेज 1.35% हैं। आप यूलिप में निवेश कर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत डिडक्शन के लिए क्लेम कर सकते हैं।
यूलिप को LTCG टैक्सेशन से छूट दी गई है जो पिछले साल के बजट में पेश किया गया था। यह एक EEE (छूट-छूट-छूट) प्रोडक्ट है, जिसमें सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स में छूट के लिए क्लेम भी किया जा सकता है।
अगर आप यूलिप में निवेश करना चाहते हैं तो पहले ये विचार कर लें कि आप इस प्रोडक्ट को इन्वेस्टमेंट व्हीकल के रूप में देखते हैं या लाइफ कवर के रूप में। इसमें निवेश करने के लिए आपके पास निवेश का लंबा समय होना चाहिए और बाजार से जुड़े उत्पादों के बारे में जानना चाहिए।
यूलिप एक लाइफ कवर प्रोडक्ट के तौर पर कुछ खास नहीं है क्योंकि इंश्योरेंस अमाउंट प्रीमियम अमाउंट प्रीमियम का 10-15 गुना तक ही सीमित है।
1 करोड़ कवर वाले यूलिप प्लान का प्रीमियम 2-3 लाख होगा, वहीं 1 करोड़ के कवर वाले टर्म प्लान का प्रीमियम 7000-8000 होगा। निवेश की बात की जाए तो यूलिप प्लान 5 साल के लॉक-इन-पीरियड के तहत आते हैं जबकि म्युचुअल फंड में एक्जिट के लिए काफी लचीलापन है।