श्रीकांत शिंदे ने लिखा, ‘लोकसभा चुनाव के बाद भी मुझे केंद्र सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला, लेकिन पार्टी संगठन के लिए काम करने की सोच कर मैंने तब भी मंत्री पद ठुकरा दिया।’
महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे घोषित हुए 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार का गठन नहीं हो सका है। महायुति में दरार की अटकलें जारी हैं। ऐसी अटकलें है कि कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण सीट से सांसद श्रीकांत शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। हालांकि अब खुद श्रीकांत शिंदे ने इन अटकलों को खारिज कर दिया है। श्रीकांत शिंदे ने कहा कि उनके डिप्टी सीएम बनाए जाने की खबरें बेबुनियाद हैं।
श्रीकांत शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने की अटकलों को किया खारिज
श्रीकांत शिंदे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा एक पोस्ट में लिखा, ‘महायुती के सरकार गठन में थोड़ी देर हो रही है। इस वजह से काफी चर्चाएं और अफवाहें चल रही हैं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अस्वस्थता के कारण दो दिन के लिए गांव गए। इसलिए अफवाहें पनपीं। पिछले दो दिनों से यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या मैं उपमुख्यमंत्री बनूंगा, लेकिन इसमें कोई तथ्य नहीं है और मेरे उपमुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही सभी खबरें बेबुनियाद हैं।’
श्रीकांत शिंदे ने लिखा, ‘लोकसभा चुनाव के बाद भी मुझे केंद्र सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला, लेकिन पार्टी संगठन के लिए काम करने की सोच कर मैंने तब भी मंत्री पद ठुकरा दिया। मुझे सत्ता में पद की कोई चाहत नहीं है। मैं एक बार फिर साफ कर दूं कि मैं राज्य में किसी भी मंत्री पद की दौड़ में नहीं हूं। मैं केवल मेरे लोकसभा क्षेत्र और शिवसेना के लिए काम करूंगा। मेरा अनुरोध है कि वास्तविकता से मुंह न मोड़ें।’
महायुति में दरार के संकेत
कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने बीते दिनों महायुति के नेताओं के साथ दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इस मुलाकात से पहले ही शिंदे ने संकेत दे दिए थे कि उन्हें भाजपा का मुख्यमंत्री मंजूर है, लेकिन बैठक के बाद जिस तरह से अचानक से शिंदे सतारा स्थित अपने गांव पहुंच गए, उसके बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया। रविवार शाम को एकनाथ शिंदे मुंबई लौट आए, लेकिन उन्होंने आज होने वाली शिवसेना की सभी बैठकें रद्द कर दी हैं। इस बीच खबर आ रही है कि एनसीपी नेता अजित पवार आज दिल्ली आ सकते हैं।
शिवसेना नेता बोले- महायुति में कोई मतभेद नहीं
शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि ‘एकनाथ शिंदे ने साफ कहा है कि महायुति की सरकार बनेगी और उन्होंने ये भी कहा है कि वह कोई बाधक नहीं हैं। हमारी कोई मांग नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद उन पर आरोप लगाना सही नहीं है। महायुति में कोई मतभेद नहीं हैं और विभागों के बंटवारे को लेकर जल्द ही महायुति के नेताओं के बीच बैठक होगी।’