रात को सोते समय – भाग दौड़ की जिंदगी , कभी काम तो कभी इंज्वॉय बस फिर क्या दिन खत्म और थकान शुरु ।
कुछ लोग अपनी थकान अच्छे से निकाल पाते है तो कुछ लोगों को आराम नहीं मिलता । क्योंकि काम और आराम के बीच वक्त का फासला बहुत कम होता है । दिन भर काम कर लोगों को बस रात का इंतजार होता है कि कब रात हो और वो खाना-खा के सो जाए ।
नींद के बारे में एक मशहूर कहावत है -चलो नींद के दफ्तर में हाज़िरी लगा आते हैं, वो सपनो में आये तो ओवर टाइम भी कर लेंगे…।
रात की भरपूर नींद जितनी अच्छी होती है उतना ही सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है ।
सोने से शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है । दिनभर जो मनसिक तनाव सहा है उससे राहत मिलती है । इसलिए कहते है ना नींद दिनभर में कितना भी ले लो लेकिन नींद तो रात की ही बेहतर होती है ।
हर इंसान चाहता है कि उसे थकान के मारे चैन की नींद आए और रात कट जाए । जितने लोग उतने तरीके भी है । जी हां सभी का सोने का तरीका भी अलग- अलग होता है, आज हम आपसे इसी तरीके की चर्चा करेंगे । खासकर लड़कियों के सोने के तरीकों की हम बात करेंगे । क्योंकि 90 % लड़कियां रात को सोते समय अपने शरीर के जिन हिस्सों पर हाथ रख के सोती है वो जानकर आप दंग रह जाएंगे । लेकिन जो भी उन्हें ऐसा करने में आराम महसूस होता है ।
रात में कुछ लड़कियां बिंदास होकर सोती है तो कुछ अलग अलग पोजिशन में सोती है । किसी को सीधा सोने में दिलचस्पी है तो किसी-किसी को उल्टा सोने में सुकुन मिलता है ।
चलिए आज हम आपको बताएंगे की 90 % लड़कियां रात में अपने किस अंग को पकड़ के सोती है , जिससे उनको नींद अच्छी आती है ।
लड़कियां ज्यादा तर अपने दोनों हाथ अपने पैरों के बीच में रखती है :-
जी हां हांलही में एक रिसर्च में ये मामला साफ हो चुका है कि अधिकतर लड़कियां जब रात को सोती हैं तो वो अपने दोनों हाथों को पैर के बीच दबा लेती है । ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से वो खुद को अच्छा महसूस कराती है । अकेले सोने का भय या थकान भी दूर हो जाती है । ऐसी पोजिशन अकसर करवट लेके ही कि जा सकती है । इनमें से 70 % लड़कियां अपने लेफ्ट में सोती है ।
बगल में तकिया लेकर हाथ में हाथ लेकर या गाल पर हाथ लगाकर सोना:-
कुछ लड़कियां अपने बगल में तकिया लेके सोती है । अपने हाथों को दूसरे हाथ से दबाकर सोती है ,ऐसा सोने वालों की माने तो उन्हें नींद अच्छी आती है । वैसे देखा जाए तो एक तरफ एक ही करवट लेके सोने से शरीर में खून का प्रवाह भी बना रहता है और इससे दिमागी संतुलन भी बना रहता है ।