कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत की मदद के लिए इटली ने सोमवार को विशेषज्ञों का एक दल, आक्सीजन उत्पादन संयंत्र और 20 वेंटिलेटर भेजे हैं। इतालवी वायुसेना का एक सी-130 विमान उपकरण और विशेषज्ञों के दल के साथ दिल्ली में उतरा।
इतालवी दूतावास ने बताया कि दल में पिडमांट रीजन के मैक्सीमर्गेंजा समूह के लोग, लोम्बार्डी क्षेत्र से एक चिकित्सक और स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल हैं। दूतावास ने कहा कि आक्सीजन उत्पादक संयंत्र ग्रेटर नोएडा के आइटीबीपी अस्पताल में लगाया जाएगा जो पूरे अस्पताल को आक्सीजन आपूर्ति करने में सक्षम है। भारत में इटली के राजदूत विनसेंजो डी लुका ने हवाई अड्डे पर भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत यूगो अस्तूतो के साथ इस चिकित्सा प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। डी लुका ने कहा, कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में इटली भारत के साथ है। यह एक वैश्विक चुनौती है जिससे हमें मिलकर लड़ना होगा। इटली द्वारा उपलब्ध कराए गए चिकित्सा दल और उपकरण इस भयावह वक्त में भारत में जिंदगी बचाने में योगदान देंगे।
और भी मिल रही मदद –
- स्पाइस एक्सप्रेस का विमान चीन के गुआंगझोऊ से 700 आक्सीजन कंसंट्रेटर्स लेकर दिल्ली पहुंचा।
- डीआरडीओ ने सिकंदराबाद स्थित गांधी अस्पताल को सौंपे 50 आक्सीजन सिलेंडर।
- जर्मनी के फ्रेंकफर्ट से चार क्रायोजेनिक आक्सीजन कंटेनर लेकर पहुंचा भारतीय वायुसेना का सी-17 विमान।
- ब्रिटेन से 60 वेंटिलेटर्स भारत पहुंचे। इनके अलावा भारतीय वायुसेना का विमान 900 आक्सीजन सिलेंडर लेकर आया।
- वैश्विक दवा निर्माता कंपनी फाइजर अपने अमेरिका, यूरोप और एशिया स्थित वितरण केंद्रों से सात करोड़ डालर (करीब 510 करोड़ रुपये) की दवाएं भारत को दान के रूप में भेज रही है।
- जल्द ही डेनमार्क से 53 वेंटिलेटर्स, स्पेन से 119 आक्सीजन कंसंट्रेटर्स व 145 वेंटिलेटर्स भारत पहुंचेंगे।
- नीदरलैंड 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, रेमडेसिविर के 30 हजार वाइल और 449 वेंटिलेटर्स भेजेगा।
- जर्मनी रेमडेसिविर के 15 हजार वाइल, 516 वेंटिलेटर्स और एक आक्सीजन उत्पादक संयंत्र भेजेगा।