साधू-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा है कि कोरोना की महामारी के बावजूद हरिद्वार में अगले साल लगने वाले कुंभ मेले के आयोजन की तैयारियों में कोई बदलाव नहीं होगा.
कुंभ का आयोजन निर्धारित समय पर ही होगा. अगर कोरोना का खतरा उस वक्त भी बना रहता है तो अखाड़ों के संत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बिना किसी जुलूस या भीड़ के प्रतीकात्मक तौर पर स्नान करेंगे.
अखाड़ा परिषद के मुताबिक शाही स्नान और संतों के शिविरों में आम श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. उनके मुताबिक कुंभ की कथा समुद्र मंथन से जुडी हुई हैं.
ग्रहों और राशियों के मुताबिक ही चार जगहों के आयोजन के लिए समय निर्धारित है. ऐसे में कुंभ की तारीखों में कोई बदलाव नहीं होगा. उसे कतई आगे पीछे नहीं किया जाएगा.
महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक कोरोना और लॉकडाउन की वजह से कुंभ की तैयारियां काफी प्रभावित हुई हैं. तमाम काम पिछड़ गए हैं, लेकिन उत्तराखंड सरकार कड़ी मेहनत कर रही है.
उम्मीद है कि कोरोना की महामारी से अगले कुछ महीनों में निजात मिल जाएगी और कुंभ का आयोजन अपनी गरिमा के मुताबिक भव्य तरीके से होगा.
उन्होंने तैयारियों को लेकर उत्तराखंड सरकार और वहां के अफसरों की तारीफ की और कहा कि कुंभ के आयोजन को लेकर सभी को मिलजुल कर काम करना होगा.