कोरोना महामारी के कारण स्कूल-कॉलेज बंद हैं। अधिकतर बच्चे अब घर बैठे ही ऑनलाइन स्टडी कर रहे हैं। सांसाधनों के अभाव में काफी संख्या में एसे भी बच्चे हैं जो कोरोना काल में पढ़ाई से वंचित हैं। चांद सिनेमा के पास रहने वाले कृष्णा और रूपा भी उन्हीं मेें से एक हैं। इनके अभिभावकों के पास स्मार्टफोन नहीं है। पिता रिक्शा चालक हैं और आजकल उनकी आमदनी भी पहले की तरह नहीं रही। मां घर का खर्च चलाने के लिए सब्जी बेचने को मजबूर है। घर पर मोबाइल न होने के कारण बच्चों की ऑनलाइन स्टडी नहीं हाे पा रही है। वे अब मां के साथ सब्जी बेचने के काम में हांथ बटा रहे हैं। परिवार रोजाना रेहड़ी लेकर मंडी जाता है और वहां से सब्जी लाकर चांद सिनेमा के आसपास बेचता है। आजकल इसी से घर का खर्च चल रहा है।
मोबाइल न होने के कारण नहीं हो पा रही पढ़ाई
छात्रा रूपा ने बताया कि वह पांचवी क्लास में पढ़ती है और उसका भाई कृष्णा दूसरी क्लास में है। कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं। मोबाइल न होने के कारण ऑनलाइन स्टडी नहीं हो पा रही है।
मां बोली- बमुश्किल रोटी का इंतजाम कर पा रहे, कैसे हो बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई
मां गंगो देवी ने बताया कि उसके 6 बच्चे मधू(18), रूपा(12), दीपक (10), कृष्णा (7), तुलसी (5) और शीतल (2) हैं। पति मदन रिक्शा चालक हैं। कोरोना काल में उनकी आमदनी कम हो गई है। अब 6 बच्चों के साथ घर का खर्च चलाना मुश्क्लि हो गया है। इसलिए मजबूरी में सब्जी बेचनी पड़ रही है। स्मार्टफोन न होने के कारण बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। दो जून रोटी बड़ी मुश्किल से नसीब हो रही है, स्मार्टफोन कहां से खरीदें।