कोरोना वायरस की परेशानी के चलते कई लोगों को ऑफिसेज से वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे दी गई है। सिर्फ ऑफिसेज ही नहीं बल्कि स्कूल कॉलेजेज को भी बंद कर दिया गया है।
लेकिन वर्क फ्रॉम होम कई तरह से परेशानी भरा भी रहा है। दरअसल, इसके चलते ही YouTube पर पहले से कई ज्यादा वीडियोज को हटाया या डाउन किया जा रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि लोग इस वायरस के चलते छुट्टी पर चले गए हैं और यह काम ऑटोमेटेड सॉफ्टवेयर द्वारा किया जा रहा है।
Google ने अपने ब्लॉग पोस्ट पर कहा कि लोगों को वर्क फ्रॉम होम देने के लिए YouTube और अन्य बिजनेस डिविजन्स के लिए कंपनी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर भरोसा करना पड़ रहा है।
इस तरह के सॉफ्टवेयर उतने सही या सटीक नहीं होते हैं जितने हम यानी मनुष्य होते हैं। ऐसे में पहले से ज्यादा गलतियों या एरर्स की संभावना बनी रहती है।
अगर YouTube पर किसी वीडियो में थोड़ा-सा भी एरर है तो उसे AI द्वारा हटा दिया जा रहा है जिससे पहले से ज्यादा वीडियोज प्लेटफॉर्म से डिलीट होती जा रही हैं। आपको बता दें कि अगर YouTube पर कोई ऐसी वीडियो है जो कंपनी के नियमों का उल्लंघन करती है तो उसे प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाता है।
Google ने कहा है कि AI द्वारा वीडियोज को लेकर लिए गए फैसलों में देरी देखने को मिल सकती है। वहीं, ऑटोमेटेड पॉलिसी निर्णयों को जब ह्यूमन या लोगों द्वारा रिव्यू किया जाएगा तो उस प्रक्रिया में भी कुछ समय लग सकता है।
YouTube के कांटेंट नियमों में गूगल एड नेटवर्क में चलने वाले विज्ञापन कैंपेन, गूगल प्ले स्टोर में अपलोडेड ऐप्स और गूगल मैप्स पर पोस्ट किए गए बिजनेस रिव्यूज शामिल हैं।
Google का कहना है कि कुछ यूजर्स, विज्ञापनदाताओं, डेवलपर्स और पब्लिशर्स द्वारा सपोर्ट रिस्पॉन्स समय में भी कुछ देर देखने को मिल सकती है। क्योंकि यह सपोर्ट अब इन लोगों को चैट, इमेल या सेल्फ-सर्विस चैनल्स द्वारा दिया जाएगा।