कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए वैष्णो देवी की यात्रा फिलहाल रोक दी गई है. इस बात की जनाकारी आज श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने दी. इसके साथ ही वैष्णों देवी तक आने-जाने वाली सभी राज्यों की बसों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है. इससे पहले बोर्ड ने यात्रा टालने की अपील की थी.
कोरोना की दहशत का असर पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा था. कुछ दिन पहले तक जहां श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा में रोजाना 25,000 भक्त रहते थे वहीं कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के चलते अब भक्तों की संख्या बुधवार को घटकर14,000 रह गई. बुधवार को 11 बजकर 30 मिनट तक यह आंकड़ा महज 3500 भक्तों का ही रह गया.
कोरोना वायरस की गिरफ्त में देश के 16 राज्य हैं. महाराष्ट्र में इस जानलेवा वायरस के सबसे ज्यादा 41 मरीज हैं, इनमें तीन विदेशी भी शामिल हैं.
इसके बाद केरल में 25 संक्रिमत लोग हैं. इनमें दो मरीज विदेशी हैं. इन दो राज्यों के अलावा उत्तर प्रदेश में 16 (एक विदेशी), हरियाणा में भी 16 (14 विदेशी) कर्नाटक में 11, दिल्ली में 10, (एक विदेशी), लद्दाख में 8, तेलंगाना में 5 (दो विदेशी) राजस्थान में चार (दो विदेशी), जम्मू-कश्मीर तीन, ओडिशा, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और बंगाल में एक-एक मरीज है.
बनारस में गंगा आरती पर रोक लगा दी गई है. जिला प्रशासन ने कोरोना की वजह से भीड़भाड रोकने के लिए एहतियातन ये फैसला लिया है. डीएम ने कहा है कि अगर किसी को पूजा-पाठ या धार्मिक अनुष्ठान करना हो तो वो अकेले ही कर सकता है. भीड़ इकट्ठा नहीं होने दी जाएगी.