कोरोना वायरस का डर लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। यही वजह है कि होली के पर्व पर चाइनीज रंगों से परहेज को लेकर जागरूक किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इस संबंध में संदेश वायरल हो रहे हैं।
लोगों को होली पर चाइनीज रंगों का प्रयोग नहीं किए जाने की सलाह दी जा रही है। लोग वायरल मैसेज में रंगों और गुलाल के जरिये कोरोना वायरस फैलने का खतरा बता रहे हैं। वहीं, चाइनीज रंगों से दूरी बनाने की सलाह दे रहे हैं।
डॉक्टरों की मानें तो कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर फैलता है, लेकिन फिर भी डॉक्टर भी कोरोना वायरस को लेकर चाइनीज रंगों से परहेज करने की सलाह दे रहे है।
फिजिशियन डॉ. विनय गुप्ता का कहना है कि कोरोना वायरस व्यक्ति से व्यक्ति में फैलने की ही ज्यादा संभावना होती है। फिर भी कोरोना वायरस को लेकर एहतियात बरतनी चाहिए। जितना हो सके, उतना चाइनीज रंगों के इस्तेमाल से परहेज करें।
कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता के लिए नेपाल सरकार ने भी कदम उठाना शुरू कर दिया है। नेपाल के जूलाघाट स्थित स्वास्थ्य चौकी त्रिपुरा में लोगों की जांच की जा रही है। सुदूर पश्चिम सामाजिक विकास मंत्रालय ने नेपाल को जोड़ने वाली सीमाओं पर कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य चौकी खोल दी है।
बैतड़ी स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक अधिकारी जय बहादुर कुंवर ने वायरस फैले देशों से नेपाल आए लोगों को गला या सिरदर्द होने पर शीघ्र ही नजदीकी अस्पताल में दिखाने को कहा।
उन्होंने लोगों को अंडा, मांस को पूरा पकने बाद ही खाने, जंगली, पालतू पशु-पक्षियों से दूर रहने, फ्लू के लक्षण पाए जाने पर तुरंत अस्पताल में दिखाने, हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोने की सलाह दी। टीम में दुर्गा जोशी, मदन जोशी, योगेश भट्ट, बिंदू थापा शामिल रहे।