कोरोना वायरस के दो पॉजिटिव केस सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. इस बीच केंद्र से लेकर राज्य सरकारों ने आपात बैठक बुलाई है और कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी की जा रही है. केंद्र ने एक्सपोर्ट पॉलिसी में बदलाव करते हुए 26 दवाओं और फॉर्मुलेशन के निर्यात पर रोक लगा दी है.
पैरासिटामोल, टिनिडाजोल, निओमाइसिन समेत 26 दवाओं और फॉर्मुलेशन पर रोक लगाने का फैसला किया गया है. माना जा रहा है कि आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने तैयारी कर ली है. दवाओं की कमी न हो, इसलिए आवश्यक दवाओं के निर्यात पर रोक लगा दी गई है.
कोरोना वायरस को लेकर भारत में हालात उस समय गंभीर हुए, जो दो मरीजों के सैंपल पॉजिटिव आ गए. एक मरीज दिल्ली में है तो दूसरा तेलंगाना में. यही नहीं, राजस्थान में कोरोना का एक संदिग्ध केस सामने आया है. एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग तेज कर दी गई है. विदेश से आने वाले हर यात्रियों की स्क्रीनिंग हो रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पुष्टि की है कि देश में कोरोना से ग्रस्त दो मरीजों की पुष्टि की है. एक मरीज दिल्ली का है और दूसरा तेलंगाना में है. दिल्ली वाले मरीज ने इटली की यात्रा की थी, जबकि तेलंगाना में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज ने दुबई की यात्रा की थी. भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या इस तरह बढ़कर पांच हो चुकी है.
राजस्थान में भी कोरोना के लक्षण वाला एक मामला सामने आया है. राजस्थान में कोरोना का जो संदिग्ध मरीज मिला है वो इटली से आए 20 लोगों के दल में शामिल था.
29 फरवरी को तबीयत खराब होने पर उसकी जांच हुई तो रिपोर्ट निगेटिव आई, लेकिन कल रिपोर्टिंग पॉजिटिव आने पर अंतिम जांच के लिए सैंपल पुणे भेजा जा गया है.
इसके अलावा कोरोना वायरस से नोएडा और आगरा में भी हड़कंप मचा है. दरअसल, इटली से लौटे संक्रमित के संपर्क 13 लोग आए थे. इन सबमें लक्षण मिले है.
इनमें से 6 को दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था. बाकी बचे 7 संदिग्धों को भी दिल्ली लाया गया और आइसोलेशन में रखा गया है. इसके अलावा नोएडा में पांच लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है.