माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने कोरोना वायरस महामारी की चपेट में आने के बाद दुनिया सामान्य स्थिति में कैसी आएगी, इस पर अपने विचार रखे हैं। एक टेलीविजन प्रोग्राम में अपनी बात रखते हुए बिल गेट्स ने कहा कि जीवन तभी सामान्य होगा जब कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी पीढ़ी बाजार में उपलब्ध होगी।
बिल गेट्स ने कहा कि सामान्य स्थिति तब वापस आएगी, जब हमारे पास सिर्फ वैक्सीन की पहली पीढ़ी ही नहीं बल्कि काफी प्रभावशाली वैक्सीन उपलब्ध होगी। बिल गेट्स ने यह भी कहा कि वैक्सीन की दूसरी पीढ़ी भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होनी चाहिए। बिल गेट्स ने कहा कि उस स्थिति में ही कोविड-19 की वजह से पैदा हुई सारी समस्याओं का हल निकल जाएगा।
बिल गेट्स का बयान उस समय आया है जब दुनिया में सैकड़ों कंपनियां कोरोना वायरस की वैक्सीन विकसित करने के लिए दिन-रात एक कर रही हैं। कोरोना वायरस के खिलाफ बन रही वैक्सीन की रेस में एस्ट्राजेनेका की प्रायोगिक कोविड-19 वैक्सीन अब तक का सबसे असरदार टीका माना जा रहा है।
एस्ट्राजेनेका, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन तैयार कर रही है। इसके अलावा फाइजर भी कोरोना वैक्सीन विकसित करने की रेस में है। कंपनी का कहना है कि उसे अमेरिका के एफडीए से अनुमित मिली कि कंपनी अपने वैश्विक कोविड-19 वैक्सीन शोध में 12-15 साल के बच्चों को शामिल कर सकती है।
फाइजर ने अपने शोध में पहले 30,000 भागीदारों का शामिल किया था लेकिन सितंबर में इनकी संख्या बढ़ाकर 44,000 कर दी थी। पिछले महीने बिल गेट्स ने कहा था कि अभी इस बात का अनुमान लगाना जल्दबाजी हो जाएगा कि वैक्सीन से कब तक सुरक्षा मिल सकती है।
बिल गेट्स ने कहा कि हमारे पास अभी इस वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी और टी-सेल्स प्रतिक्रिया की अवधि के लिए पर्याप्त डाटा नहीं है। अगले कुछ महीनों में ज्यादातर वैक्सीन कंपनियां अपने टीके के असरदार होने की आंकड़ा पेश कर सकती हैं, जिसके बाद इन कठिन सवालों के जवाब मिलने आसान हो जाएंगे।
बिल गेट्स ने कहा कि इस समय हम सभी के पास एक खुशखबरी यही है कि दुनिया में इस समय बड़े पैमाने पर वैक्सीन का टेस्ट हो रहा है और सभी वैक्सीन कंपनियों की प्रक्रिया अलग है। इससे असरदार वैक्सीन बनाने की संभावनाएं और पुख्ता हो जाती हैं। छह अक्तूबर को बिल गेट्स ने कहा था कि अगर कोविड-19 वैक्सीन काम करती है तो 2021 के अंत तक ज्यादातर अमीर देश सामान्य स्थिति में आ जाएंगे।