केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि सरकार द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के कारण कोरोना से होने वाली मौतों को रोकने में राज्य सफल रहा है। केरल के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके राज्य में मृत्यु दर मई में 0.77 प्रतिशत से घटकर आज 0.28 प्रतिशत हो गई है।

मीडिया को जानकारी देते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल में कोरोना संबंधित मृत्यु दर कम थी क्योंकि सरकार ने कोरोना की मृत्यु दर को कम करने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाया। मई में मृत्यु दर 0.77% से धीरे-धीरे इसमें गिरावट आई। जून में 0.45 प्रतिशत, अगस्त में 0.4 प्रतिशत और सितंबर में 0.38 प्रतिशत) घटकर अब यह अक्टूबर में 0.28 प्रतिशत पर आ गया है। विजयन ने कहा कि मृत्यु दर में कमी लाने के लिए उन्हें सरकार पर गर्व है।
उन्होंने कहा कि यह एक गर्व की उपलब्धि है कि हम इस स्तर पर भी मृत्यु दर को कम करने में सक्षम थे, जब नए मामलों की संख्या अधिक थी। यही कारण है कि हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रशंसा मिली है। उन्होंने आगे कहा कि केरल एक COVID-19 प्रोटोकॉल विकसित करने वाला पहला राज्य था। उन्होंने कहा कि शारीरिक दूरी और सार्वजनिक जागरूकता किसी और से पहले यहां शुरू की गई थी। केरल देश में लॉकडाउन लागू करने वाला पहला राज्य था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय ओणम त्यौहारों के दौरान राज्य मेंकोरोना की स्थिति नियंत्रण में थी और उस दौरान कड़ी चौकसी लागू की गई थी।
केरल में धीरे-धीरे सुधर रहे हालात
केरल में दो दिनों पहले नौ हजार से अधिक नए मामले सामने आए और संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 3.32 लाख हो गया है। हालांकि, दक्षिण भारत के अन्य राज्यों में स्थिति कुछ ठीक है। आंध्र प्रदेश में अब तक 7.76 लाख और तेलंगाना में 2.20 लाख संक्रमित अब तक मिल चुके हैं।
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