मध्य प्रदेश के मंदसौर से शुरू हुए किसान आंदोलन की आग देश के अलग-अलग राज्यों में फैल रही है. किसानों के आंदोलन पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि किसानों की मांग जायज है और उन्हें उनकी फसल की पूरी कीमत मिलनी चाहिए.
रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ गूगल हैंगआउट के जरिए संवाद करते समय अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के तहत किसानों को फसल का पूरा भुगतान मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि सिर्फ कर्जमाफी से किसानों का भला होने वाला नहीं है, उन्हें स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के तहत फसलों की कीमत मिलनी चाहिए.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के पास बहुत पैसा है और केंद्र सरकार अगर पूंजीपतियों के हजारों करोड़ रुपए माफ कर सकती है तो फिर वह किसानों का कर्ज भी माफ कर सकती है. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि हाल ही में केंद्र सरकार ने किसी एक पूंजीपति का 35000 करोड़ रुपए का बकाया माफ कर दिया था जो कि किसी एक राज्य में सभी किसानों द्वारा लिए गए कर्ज से कहीं ज्यादा है.
किसानों की कर्जमाफी और फसलों के उचित भुगतान ना मिलने के मुद्दे पर देश के अलग-अलग राज्यों में किसानों के आंदोलनों से केंद्र सरकार और बीजेपी घिरी हुई है. तमाम विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर अपने चुनावी वादे को पूरा ना करने का आरोप लगा रही हैं. मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान फायरिंग से 6 किसानों की मौत के बाद मध्य प्रदेश में काफी तनाव फैल गया था. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समीर और आदमी पार्टी के नेताओं ने भी मंदसौर में जाकर पीड़ित किसानों से मुलाकात करने की कोशिश की लेकिन प्रशासन ने उन्हें मंदसौर में घुसने से पहले ही हिरासत में ले लिया.