केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के सरकार में शामिल होते ही नए बीजेपी अध्यक्ष को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई। केंद्रीय गृह मंत्री ने ऐलान किया कि इस साल के अंत तक जब पार्टी के संगठन चुनाव पूरे हो जाएंगे तो बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि नए अध्यक्ष के दिसंबर में कार्यभार संभाल लेने की संभावना है।
अमित शाह ने इस धारणा को खारिज कर दिया कि वह ‘सुपर पॉवर’ बने रहेंगे और पर्दे के पीछे से पार्टी को चलाते रहेंगे। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि इसी तरह के दावे तब भी किए गए थे जब 2014 में उन्होंने भाजपा प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला था।
उनकी जगह जब नया अध्यक्ष संगठन को चलाने लगेगा तो ऐसी अटकलों पर विराम लग जाएगा। शाह ने कहा, ‘यह (भाजपा) कांग्रेस पार्टी नहीं है और कोई भी इसे पर्दे के पीछे से नहीं चला सकता।’ उन्होंने कहा कि पार्टी को उसके संविधान के मुताबिक चलाया जाएगा। बता दें कि भाजपा हलकों में माना जा रहा है कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ही अमित शाह का स्थान लेंगे। भाजपा में सामान्यत: ‘एक व्यक्ति एक पद’ के सिद्धांत का पालन किया जाता है, इसीलिए संभावना जताई जा रही थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमित शाह को कैबिनेट मंत्री के तौर पर सरकार में शामिल किए जाने के बाद वह नए नेता की अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति होगी।