केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कर्जमाफी को किसानों की समस्या का इलाज नहीं बताया. उन्होंने कहा कि पहले भी कई बार कई सरकारों की ओर से किसानों की कर्जमाफी की गई, लेकिन मैं मानता हूं कि कर्जमाफी किसानों की समस्या का इलाज नहीं है.
सब्सिडी गिनाते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अभी हम ब्याज पर जो सब्सिडी देते हैं, अगर 31 मार्च तक किसान पैसा चुका देता है तो उसे 4 फीसदी पैसा मिल जाता है.
लॉकडाउन की वजह से हम 31 मार्च को पैसा नहीं दे सकते थे, इसलिए इसे बढ़ाकर 31 मई कर दिया है. आगे क्या मदद की जा सकती है, उस पर विचार कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि फलों के किसानों के लिए एमआईएस स्कीम जारी की गई है. कर्जमाफी किसी समस्या का हल नहीं है. सरकार की चिंता है कि किसान अच्छी अवस्था में खड़ा हो सके और उसकी फसल अभी और आने वाले समय में ठीक तरह से हो और हम उससे ठीक दाम में फसल लें.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम 20 रुपये किलो का गेहूं खरीदते हैं और जनता को 2 रुपये किलो में देते हैं. एक तौर से यह भी किसान के हित में निर्णय है.
इस बार एमएसपी को डेढ़ गुना किया. खाद, बीज और उर्वरक पर सब्सिडी है. किसान की खेती को ठीक करने के लिए सरकार चौतरफा मदद देने के लिए तैयार रहती है.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों की मदद में किसी तरह की कोताही नहीं की जाएगी. मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि सरकार की ओर से किसानों की हर संभव मदद की जाएगी और आने वाले समय में हर सुविधाएं दी जाएंगी.
देश में कोरोना के अब तक 59 हजार 662 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 1981 मरीजों की मौत हो गई है. राहत की बात है कि 17 हजार 847 कोरोना मरीज ठीक भी हुए हैं.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3320 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 95 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है.