कैंट में रहने वाले कुशाग्र जैन ने एआई और मशीन लर्निंग के जरिये एक साल में दस्ताना तैयार किया है। इसका भार 350 ग्राम है, जो एक बार चार्ज होने के बाद आठ घंटे चलता है।
कानपुर कैंट में रहने वाले कुशाग्र जैन ने एआई और मशीन लर्निंग के जरिये एक साल में ऐसा स्मार्ट दस्ताना तैयार किया है जिसे पहनकर दृष्टिबाधित ब्रेल लिपि सीख सकेंगे। 350 ग्राम भार वाले दस्ताना एक बार चार्ज होने के बाद आठ घंटे तक चलता है। उनके इस स्टार्टअप को फोर्ब्स की ”30 अंडर 30 एशिया” सूची के 9वें संस्करण में स्थान मिला है।
स्टार्टअप की सराहना प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी कर चुके हैं। कुशाग्र ने बताया कि 2018 में बंगलूरू के एक अंध स्कूल में स्वयंसेवा के दौरान दृष्टिबाधितों के सामने आने वाली कठिनाइयों के बारे में पता चला। इसके बाद 2022 में उन्होंने ओरामा एआई नाम की स्टार्टअप कंपनी एक सहयोगी के साथ शुरू की।
कंपनी में दृष्टिबाधितों या कम दृष्टि वाले लोगों को ब्रेल लिपि पढ़ना और सीखने में मदद करने के लिए एक स्मार्ट दस्ताना विकसित किया। इसमें एक एम्बेडेड कैमरा और एक स्पीकर का उपयोग किया गया। चूंकि ब्रेल लिपि को पढ़ाने वाले शिक्षक बेहद कम हैं। यह दस्ताना इस दिशा में बेहद कारगर हो सकता है।
ब्रेल लिपि के अक्षरों को छूने पर आती है दस्ताने से आवाज
दस्ताना एआई और मशीन लर्निंग तकनीक से काम करता है। ब्रेल लिपि के अक्षरों पर हाथ रखने पर दस्ताने में लगे स्पीकर में उस अक्षर की आवाज आती है। इसके जरिए दृष्टिबाधित आसानी से ब्रेल लिपि सीख सकते हैं और पढ़ सकते हैं। कुशाग्र ने बताया कि दस्ताने में एक लचीला कपड़ा लगाया गया है जो हाथ में आसानी से जा सकता है। इसमें एक छोटी बैटरी लगी है। उन्होंने बताया कि इस स्मार्ट दस्ताने को जल्द ही भारतीय बाजार में भी लाया जाएगा।
सीएम योगी और रक्षामंत्री कर चुके हैं सराहना
कुशाग्र के पिता प्रशांत जैन सराफा और रियल इस्टेट कारोबार से जुड़े हैं। उनके दादा महेश चंद्र जैन उप्र सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष हैं। कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखने वाले कुशाग्र को फोर्ब्स जैसी प्रतिष्ठित सूची में स्थान मिलने से परिवार में खुशी का माहौल है। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि कुछ समय पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में और कानपुर में आए रक्षामंत्री ने कुशाग्र के स्टार्टअप की सराहना की थी।
दो दिन पहली जारी की गई है सूची
फोर्ब्स ने गुरुवार को 30 अंडर 30 एशिया सूची का अपना 9वां संस्करण जारी किया था। इस सूची में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 30 साल से कम उम्र के युवा उद्यमियों, नेताओं और अग्रणी उद्यमियों, इनोवेशन को बढ़ावा देने वालों और कारोबार जगत में बदलाव लाने वालों का नाम शामिल किए गए हैं।