कुरुक्षेत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ रामप्रकाश का लंबी बीमारी के चलते करीब 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके निधन की सूचना मिलते ही पार्टी कार्यकर्ताओं का सेक्टर 13 स्थित आवास पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। उनके शव का शाम तीन बजे सेक्टर पांच के शिव धाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री रहे अशोक अरोड़ा सहित अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
बता दें कि डॉ. राम प्रकाश कांग्रेस पार्टी के नेता रहे हैं, जो प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेहद करीबी रहे थे। डॉ. रामप्रकाश 2007-2014 तक राज्यसभा के सदस्य रहे और गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के चांसलर भी रहे। डॉ. राम प्रकाश का जन्म पांच अक्तूबर 1939 को जिले के तंगोर गांव में ओबीसी (अन्य पिछड़ी जाति) और विश्वकर्मा पृष्ठभूमि में हुआ था। कड़ी मेहनत के दम पर, उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से रसायन विज्ञान में एमएससी और पीएचडी की डिग्री उत्तीर्ण की और उसके बाद लंबे समय तक इस संस्थान में पढ़ाया। बाद में वह कुछ समय के लिए नए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में प्रो-वाइस चांसलर रहे।
उन्होंने 1990-1991 में राजनीति में प्रवेश किया और 1999 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के टिकट पर स्थानीय चुनाव जीता। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी होने के कारण व कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष भी रहे और 2007 में उन्हें राज्यसभा के लिए पदोन्नत किया गया।
यह रहा डॉ रामप्रकाश का राजनीतिक सफर
वर्ष पद पार्टी/संगठन
1991-1996 विधायक, थानेसर कांग्रेस
1991-1993 विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री कांग्रेस
2005 कार्यकारी अध्यक्ष, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी कांग्रेस
2007-2008 संसद सदस्य, राज्य सभा कांग्रेस
2007 – वर्तमान सदस्य, ग्रामीण विकास समिति कांग्रेस
2008 सदस्य, विदेश मामलों की समिति सदस्य कांग्रेस
2008 – 2014 राज्यसभा सांसद के रूप में पुनः निर्वाचित कांग्रेस
2010 सदस्य, राजभाषा समिति कांग्रेस