कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में दो-तीन जुलाई की रात बिकरू गांव में एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपित विकास दुबे पांच दिन से फरार है। ढाई लाख के इनामी विकास दुबे के दिल्ली में सरेंडर करने की सूचना पर उत्तर प्रदेश एसटीएफ की दो टीमें हाई अलर्ट पर हैं। इसके साथ ही दिल्ली तथा एनसीआर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश व हरियाणा के जिलों में भी उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमों ने डेरा डाल दिया है। पुलिस का प्रयास दुर्दांत विकास दुबे की गिरफ्तारी का है।
विकास दुबे की तलाश में लगीं पुलिस की टीमों को उसके दिल्ली या एनसीआर में छुपे होने का इनपुट मिला है। इस सूचना के बाद से गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमों के साथ एसटीएफ की टीमें अलर्ट मोड पर हैं। इसको लेकर दिल्ली में कोर्ट के पास सतर्कता भी बढ़ा दी गई है।
विकास दुबे की बीते दो दिन से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेजी से तलाश हो रही थी। मेरठ के साथ ही शामली, बागपत, बिजनौर, सहारनपुर में कई जगह पर इसके पोस्टर्स भी लगाए गए हैं। मेरठ जोन के साथ ही हरियाणा के गुरुग्राम में भी पुलिस को सूचित किया गया था। कानपुर घटना के बाद हरकत में आई पुलिस में दुर्दांत विकास दुबे को लेकर बड़ा तलाशी अभियान चलाया है। वेस्ट यूपी के शहरों में सभी चार पहिया वाहनों की तलाशी तेज कर दी गई है।
दिल्ली जाने वाले प्रमुख मार्ग पर विकास दुबे के पोस्टर्स लगाए गए हैं। बरेली, मुरादाबाद, अमरोहा तथा गाजियाबाद की प्रमुख सड़कों पर पोस्टर्स लगे हैं। सभी थानों की पुलिस को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है जबकि हर टोल प्लाजा पर मोस्ट वांटेड विकास दुबे के पोस्टर लगे हैं।