हमारे हिन्दू धर्म में शिवलिंग को छूने और उसकी पूजा करने का अधिकार केवल आदमियों के पास है और औरतों, ख़ास तौर पर कुंवारी लड़कियों के लिए तो ये एकदम वर्जित है। भगवान शिव बहुत ही कठोर और पवित्र तपस्या में लीन होते थे।
लड़कियों को नहीं छूना चाहिए शिवलिंग:
अगर कोई उन्हें भंग करता है तो भगवान के असीम क्रोध का ज्वालामुखी फट पड़ता और जिसने भी उनकी तपस्या में बाधा डाली, उसे सज़ा भुगतनी पड़ती। बस तभी से ये रीत चली आई है कि कोई भी औरत और कुंवारी लड़की शिवलिंग को छू नहीं सकती है।
कुंवारी लड़कियाँ भगवान शिव को पूज सकतीं है। बिलकुल उनकी पूजा कर सकती हैं लेकिन उनकी अकेले की नहीं, बल्कि पार्वती जी के साथ। शिव-पार्वती की पूजा करने की अनुमति है लड़कियों को।
इसके अलावा 16 सोमवार के व्रत भी तो लड़कियाँ रखती ही हैं अपनी पसंद का पति पाने के लिए। उसका कारण है कि भगवान शिव को ही सबसे उत्तम पति माना गया है और लड़कियाँ उनसे अपने लिए उनके जैसा ही पति माँगती हैं।