लखनऊ में विकास दुबे गोलीकांड में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस की जांच में एक नई जानकारी यह सामने आई है कि विकास दुबे ने अपनी पत्नी को घटना से पहले बता रखा था कि वो घटना की रात मोबाइल पर देखती रहे कि गांव में क्या चल रहा है.
जांच में पता चला है कि बिकरू गांव में विकास दुबे के मकान में करीब आठ सीसीटीवी कैमरे लगे थे. इन कैमरों का एक्सेस विकास दुबे और उसकी पत्नी रिचा दुबे के मोबाइल पर भी था.
सूत्र बताते हैं कि विकास ने पत्नी को घटना से पहले बता रखा था कि वो घटना की रात मोबाइल पर देखती रहे कि गांव में क्या चल रहा है.
विकास को खतरा था कि उसके घर पर छापेमारी करने वाली पुलिस उसका एनकाउंटर भी कर सकती है. लिहाजा उसको अगर कोई खतरा लगे तो वो अपने लोगों और कुछ एक आला अधिकारियों, नेताओं को सूचना दे दे. इसके बाद उसे अगर ज्यादा खतरा दिखे तो वो खुद भी भाग जाए.
सूत्रों के मुताबिक, पत्नी रिचा के मोबाइल पर सीसीटीवी एक्सेस के अलावा रिकॉर्डिंग की सुविधा भी थी. बहुत मुमकिन है कि घटना के दिन उसने सब कुछ देखा हो.
ये भी हो सकता है कि उसके मोबाइल पर कोई रिकॉर्डिंग भी हो. पुलिस के लिए उसका मोबाइल बेहद अहम कड़ी साबित हो सकता है. पुलिस इस मामले में हर दृष्टिकोण से जांच कर रही है ताकि परत-दर परत विकास से जुड़ी अहम बातें सामने आ सकें.
दूसरी ओर पुलिस को शक है कि उसी के विभाग में कुछ लोगों ने मुखबिरी की. फिलहाल इसकी जांच लखनऊ आईजी के हवाले कर दी गई है. वो वायरल ऑडियो भी सामने आया है जिसमें शहीद सीओ, एसएसपी को बता रहे हैं कि एसएचओ विनय तिवारी उनकी बात नहीं सुनते.
कानपुर में बिल्लौर के शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र के मोबाइल में मिली रिकॉर्डिंग में साफ पता चल रहा है कि उन्होंने चौबेपुर के दारोगा विनय तिवारी की शिकायत एसएसपी अनंत देव से की थी.
इसके बावजूद एसएसपी अनंत देव ने कोई एक्शन नहीं लिया. यह ऑडियो शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र की बेटी वैष्णवी मिश्र ने मौजूदा एसएसपी दिनेश कुमार पी को सौंपा है. बता दें कि बिकरू गांव घटना के बाद से दरोगा विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है.