रविवार आधी रात से ही जीटी रोड के लालकुआं जाने वाले लेन पर हापुड़ तिराहा और दिल्ली जाने वाले लेन पर एमएमजी अस्पताल से पहले बैरिकेडिंग कर दी गई है। दूधेश्वरनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की लाइन तड़के चार बजे से ही लगनी शुरू हो गई। इस कड़ी में सोमवार और मंगलवार दोनों दिन जीटी रोड और मेरठ हाईवे पर डायवर्जन रहेगा। ऐसे में 29 और 30 जुलाई को दो दिन शहर में ट्रैफिक की हालत बदतर हो सकती है। दोनों दिन शहर में भारी जाम लगेगा।
कांवड़ यात्रा के लिए मेरठ हाइवे बंद होने के दिन से ही यहां वाहनों की लंबी लाइन लग रही हैं। एसपी ट्रैफिक श्यामनारायण सिंह का कहना है कि सोमवार और मंगलवार को ट्रैफिक डायवर्जन का ख्याल रखें। जाम से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें।
दिल्ली पुलिस की ओर से भी कांवड़ यात्रा के मद्देनजर कई जगहों पर रूट डायवर्जन किया गया है। दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए रूट डायवर्जन के मुताबिक, वाहन चालकों से सड़क 13A और आगरा कैनाल रोड का इस्तेमाल करने से बचें। लोगों को सलाह दी गई है कि वे डीएनडी का इस्तेमाल करें।
पुलिस का मानना है कि 29 जुलाई को सावन का सोमवार और सप्ताह का पहला दिन होने के कारण सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ेगा। शिवरात्रि से एक दिन पूर्व हरिद्वार से डाक कांवड़ आनी शुरू हो गई है। जीटी रोड पर घंटाघर से हापुड़ मोड़ की ओर वाहनों को नहीं आने दिया जाएगा। साथ ही एनएच-58 से जीटी रोड पर डाक कांवड़ियों को निकाला जाएगा।
इससे आम लोग अपने वाहनों से एनएच-9 होकर दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव, हापुड़, मेरठ, मुरादाबाद की ओर जा सकेंगे। एसपी ट्रैफिक एसएन सिंह ने बताया कि सावन के सोमवार पर दूधेश्वरनाथ मंदिर के पास रूट डायवर्जन रहेगा। सप्ताह का पहला दिन होने पर आफिस आने-जाने वालों की भीड़ अधिक होगी। डाक कांवड़ की गति काफी तेज होती है।
डाक कांवड़ को रोककर बीच में वाहनों को गुजारना संभव नहीं है। दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, मेरठ, हापुड़ की ओर आने और जाने वाले वाहन चालक एनएच-9 से होकर ही गंतव्य को जा सकेंगे।