उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले की एक महिला और उसकी बेटी ने शुक्रवार शाम लखनऊ के हजरतगंज इलाके में मुख्यमंत्री कार्यालय लोकभवन के सामने आत्मदाह की कोशिश की.
महिला का आरोप है कि शिकायत पर कार्रवाई को लेकर वह कई दिनों से पुलिस-थानों का चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
इस घटना के बाद चार लोगों पर प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराई गई है. इस घटना पर केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता स्मृति ईरानी ने एक ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा है.
स्मृति ईरानी ने ट्वीट में लिखा, पहले तो उन्होंने (विपक्ष) जनता का पैसा लूटा और अब अपने सियासी स्वार्थ की पूर्ति के लिए महिलाओं को जिंदा जलाने पर उतर आए हैं.
ऐसा केवल इसलिए हो रहा है क्योंकि वे अमेठी हार गए. यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि वे बीजेपी के सामने नहीं टिक सकते. ईरानी ने कहा, सब इसलिए हो रहा है क्योंकि प्रिंसेस (राजकुमारी) गद्दी पर निशाना साधना चाहती हैं.
बता दें, इस मामले में एक नया मोड़ तब आ गया जब लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने बताया कि आरोपियों ने दोनों मां बेटी को आत्मदाह करने के लिए उकसाया था.
कमिश्नर के मुताबिक, पहले दोनों मां-बेटी कांग्रेस कार्यालय गए थे जहां अनूप पटेल नाम के व्यक्ति से इनकी बात हुई थी. ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि यूपी सरकार को बदनाम करने की मंशा से आत्मदाह करने के लिए मां-बेटी को उकसाया गया.
इस घटना में अमेठी में एमआईएम के जिला अध्यक्ष कदीर खान और अमेठी कांग्रेस के नेता अनूप पटेल का नाम सामने आया है. इसके अलावा आसमां और सुल्तान नाम के दो और लोगों का नाम इस साजिश में आया है.
पुलिस ने आसमां और कदीर खान को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. आत्मदाह के दौरान पीड़ित मां 80 फीसदी जबकि उसकी बेटी 40 फीसदी जल गई.
कार्रवाई करते हुए 4 पुलिसवालों को निलंबित कर दिया गया है. इन पर आरोप है कि इन्होंने समय रहते महिला को आत्मदाह से नहीं रोका.