इस नेता का नाम विनोद शर्मा है जो बिहार में पार्टी के प्रवक्ता हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे गए अपने त्यागपत्र में उसका कहना है कि कांग्रेस ने एयर स्ट्राइक के सबूत मांगे जिसकी वजह से वह कांग्रेसी होने पर शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं। शर्मा ने कहा, ‘मैं कांग्रेस का सदस्य होने पर शर्मिंदा हूं। इसलिए मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। कांग्रेस ने एयर स्ट्राइक के सबूत मांगकर सुरक्षा बलों का मनोबल गिराया है।’
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पुलवामा आतंकी हमले को दुर्घटना बताते हुए कहा था कि सरकार को एयर स्ट्राइक के सबूत जारी करने चाहिए। उन्होंने कहा था कि सरकार को पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के सबूत देने चाहिए। ठीक उसी तरह जैसे अमेरिका ने 2011 में आतंकी ओसामा बिन लादेन को ऐबटाबाद में मारने के दिए थे।
केवल इतना ही नहीं पुलवामा आतंकी हमले को दुपर्घटना कहे जाने की बात पर भी दिग्विजय अड़े हुए हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा है, ‘पुलवामा आतंकी हमले को मैंने ‘दुर्घटना’ कह दिया तो मोदी जी से लेकर तीन केंद्रीय मंत्री मुझे पाकिस्तान समर्थक बताने में जुट गये। कांग्रेस नेता ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के एक बयान का वीडियो शेयर कर पूछा था कि उनपर भाजपा का क्या विचार है।’
बता दें कि भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के भीतर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आंतकी शिविर को निशाना बनाया था। सरकारी सूत्रों के अनुमान के मुताबिक, इस एयर स्ट्राइक में करीब 300 या उससे ज्यादा आतंकी मारे गए थे। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक चुनावी जनसभा के दौरान एयर स्ट्राइक में 250 आतंकी मारे जाने की बात कही थी।