कांग्रेस ने वृद्धावस्था पेंशन योजना में दी जाने वाली राशि में तीन गुना इजाफा करने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया है, निवर्तमान सरकार 350 और 650 रुपये प्रतिमाह पेंशन देती है. चालू वित्तीय वर्ष के बजट में इसके सम्बन्ध में 709 करोड़ का प्रवधान किया गया है, ऐसे में कांग्रेस की घोषणा पर अमल करने के लिए नई सरकार को लगभग 2800 करोड़ रुपये की व्यस्था करनी पड़ेगी.
पेंशन योजना में केंद्र का भी अंशदान रहता है, लेकिन यह प्रति व्यक्ति केवल 150 रुपये है, ऐसे में राज्य सरकार जो भी अतिरिक्त बढ़ोतरी करना चाहती है, उसका भार उसे ही वहन करना पड़ेगा. कांग्रेस ने मौजूदा पेंशन में करीब तीन गुना वृद्धि करने का ऐलान किया है. जानकारों का कहना है कि केंद्र अपने अंशदान में वृद्धि नहीं करेगा.
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केंद्र द्वारा अंशदान न बढ़ाए जाने पर स्वभाविक है कि इसकी भरपाई राज्य सरकार को अपने ही संसाधनों से करना पड़ेगी. आपको बता दें कि रमन सिंह की सरकार में 60 से 79 वर्ष तक 350 रुपये प्रति माह और 80 वर्ष से अधिक को 650 रुपये प्रति माह बतौर पेंशन दी जाती है. कांग्रेस ने अपनी घोषणा में कहा है कि वो 60 वर्ष से अधिक 1000 रुपये प्रति माह और 75 वर्ष से अधिक 1500 रुपये प्रति माह पेंशन प्रदान करेगी. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस ये वादा कैसे पूरा करती है.