कृषि कानूनों के समर्थन में अब भाजपा खुलकर उतर आई है। चंडीगढ़ पहुंचे केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि छह सितंबर से पहले कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल कृषि कानूनों के पक्ष में थे और विधेयक का समर्थन कर रहे थे। अचानक ऐसा क्या हो गया कि उनको इसके विरोध में सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।
पंजाब में कृषि कानूनों के विरोध और किसानों के समर्थन में राहुल गांधी (कांग्रेस) के रोड शो से ठीक पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी और सोम प्रकाश शनिवार को चंडीगढ़ पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा मुख्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि मई 2020 में कृषि अध्यादेश लाए गए। उस पर चर्चा के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने समर्थन करते हुए इसे किसानों के हित में बताया था।
छह सितंबर के बाद अचानक कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल व अन्य विपक्षी पार्टियां इसका विरोध करने लगीं। उन्होंने हैरानी जताई कि जब लोकसभा में विधेयक पेश किए गए तब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विदेश चले गए। इसके बाद 20 सितंबर को राज्यसभा में पेश किए गए तो विपक्ष के 107 सदस्यों में से 33 अनुपस्थित थे।
इसका सीधा अर्थ यही निकलता है कि कांग्रेस विधेयकों के संबंध में किसानों के जरिये अपना सियासी फायदा लेना चाहती है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा, चंडीगढ़ अध्यक्ष अरुण सूद भी उपस्थित रहे।
मैंने अपने जीवन में यह कभी नहीं देखा कि मेहनतकश किसान अपने ट्रैक्टर को खुद आग लगा रहा है। दिल्ली में ट्रैक्टर जलाने वाले किसान नहीं सियासी गुंडे थे।हरदीप पुरी, केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने कहा कि पंजाब में अब कांग्रेस गुंडागर्दी पर उतर आई है। खुलेआम कांग्रेस के कार्यकर्ता भाजपा कार्यालयों पर हमले और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट कर रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस की इस गुंडागर्दी को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।