गगन सिंह से जिला परिषद कांगड़ा के उपाध्यक्ष पद का ताज छिन गया है। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 43 सदस्यों में से 26 पार्षदों ने समर्थन कर अपना मत दिया। अब उपाध्यक्ष पद के लिए उपायुक्त कांगड़ा एक सप्ताह के भीतर चुनाव करवाएंगे। 13 अगस्त को हुई जिला परिषद कांगड़ा की बैठक के बाद 32 पार्षदों ने उपाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अविश्वास प्रस्ताव को लाने के लिए जिला पंचायत अधिकारी कांगड़ा को हस्ताक्षर युक्त मत सौंपा था।
इस पर जिला परिषद अध्यक्ष मधु गुप्ता ने सोमवार को बैठक बुलाई। बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई और ढाई घंटे चली बैठक में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शुरू हुई चर्चा में खूब हंगामा हुआ। बैठक में अध्यक्ष समेत कुल 44 सदस्यों ने उपस्थिति दर्ज करवाई और हंगामे के दौरान अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सिक्रेट वैलेट पेपर मतदान करवाया गया। इसमें अध्यक्ष को छोड़ 43 सदस्यों ने मतदान किया और 26 मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े जबकि 17 मत उपाध्यक्ष गगन सिंह को प्राप्त हुए।
सचिव जिला परिषद एवं जिला पंचायत अधिकारी कांगड़ा अश्वनी शर्मा ने बताया कि गगन सिंह को सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के तहत हुए गुप्त मतदान के दौरान हटा दिया है। कुल 43 में से 26 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मत दिए हैं। अब नए उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए उपायुक्त कांगड़ा को मामला भेज दिया जाएगा और उपायुक्त एक सप्ताह के भीतर चुनाव करवाएंगे।