- कश्मीर पर हलचल के बीच PAK की चाल
- PAK आज करेगा बैलेस्टिक मिसाइल का टेस्ट
- 300 KM. होगी गजनवी मिसाइल की रेंज
जम्मू-कश्मीर के मसले पर दुनियाभर में मुंह की खा चुका पाकिस्तान अब ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है. रोज पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और वहां के मंत्री युद्ध के धमकी देते हैं, अब इन सभी के बीच आज पाकिस्तान बैलेस्टिक मिसाइल का टेस्ट करने जा रहा है. माना जा रहा है कि इसी की वजह से पाकिस्तान ने अपने कराची एयरस्पेस को तीन दिन के लिए बंद किया है.
पाकिस्तान जिस बैलेस्टिक मिसाइल का टेस्ट गुरुवार को करने जा रहा है उसका नाम ‘गजनवी’ है, इसकी रेंज 300 किमी. बताई जा रही है. हालांकि, इसका इस्तेमाल हवाई नहीं, बल्कि सतह से सतह के लिए होगा. पाकिस्तान का नेशनल डेवलेपमेंट कॉम्प्लेक्स (NDC) पंजाब (पाकिस्तान) के फतेहजंग में है, जहां से इसे ट्रैक किया जाएगा. वहीं इस मिसाइल को बलूचिस्तान के क्षेत्र में टेस्ट किया जाएगा.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार दुनिया को इस बात के लिए चेता रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु हथियारों से संपन्न है, ऐसे में अगर लड़ाई हुई तो दुनियाभर के लिए नुकसानदेह होगा. इस सभी के बीच अब पाकिस्तान इस तरह मिसाइल टेस्ट कर रहा है और दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रहा है.
मंत्री ने भारत के लिए रूट बंद करने की दी थी धमकी
अभी हाल ही में पाकिस्तान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने ट्विटर पर ऐलान किया था कि पाकिस्तानी सरकार भारत के लिए सभी एयररूट बंद करने के फैसले पर विचार कर रही है. इसी के बाद खबर आई कि पाकिस्तान ने अपने कराची एयरस्पेस को तीन दिन के लिए बंद किया है, इसमें उसने भारत के रूट की बात नहीं की थी. और ना ही इसके पीछे कारण बताया था.
इसके बाद बुधवार को ही पाकिस्तानी रेल मंत्री शेख रशीद का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की तारीख का ऐलान किया था. पाकिस्तानी मंत्री ने कहा था कि भारत-पाकिस्तान के बीच अक्टूबर-नवंबर में युद्ध हो सकता है. इन मंत्रियों से पहले भी कई और नेताओं ने इस तरह युद्ध की गीदड़भभकी दी है.
भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 जब से हटाया है, तभी से पाकिस्तान की हालत खराब है और वो दुनिया के सामने इसमें दखल देने की गुहार लगा रहा है. लेकिन कूटनीतिक तौर पर वह हर जगह मात खाता रहा है, अब पाकिस्तान की कोशिश है कि किसी तरह दुनिया की बड़ी शक्तियां इस मामले में दखल दे और उसकी ओर ध्यान लगाएं.