कर्नाटक के लघु उद्योगमंत्री रमेश जरकिहोली और प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मी हेब्बलकर के खिलाफ आयकर विभाग का शिकंजा कस गया है। पिछले हफ्ते मारे गए छापे में आयकर विभाग ने इन दोनों से जुड़ी कंपनियों में 162 करोड़ रुपये के कालेधन का खुलासा किया है। इसके साथ ही आयकर विभाग ने 41 लाख रुपये की नकदी और 12 किलोग्राम सोना भी जब्त किया है। दोनों नेताओं पर चीनी से जुड़ी कोआपरेटिव सोसाइटियों के मार्फत बड़े पैमाने पर कालेधन की हेराफेरी का आरोप है।
आयकर विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार रमेश जरकीहोली सौभाग्य लक्ष्मी सुगर लिमिटेड नामक कंपनी के प्रमुख प्रमोटर और निदेशक हैं। उनके भाई की भी इसमें हिस्सेदारी है। आयकर छापे में सौभाग्य लक्ष्मी सुगर में 115 करोड़ रुपये के कालाधन का खुलासा हुआ है। कंपनी में कई बेनामी निवेशकों की मार्फत करोड़ों रुपये निवेश किये जाने के भी सबूत मिले हैं। छापे के दौरान कंपनी के ठिकानों से 21 लाख रुपये नकद 12 किलोग्राम सोना भी बरामद किया गया है।
आयकर विभाग के अनुसार रमेश जरकीहोली के परिवार के सदस्यों और अन्य करीबियों के खातों में करोड़ों रुपये जमा मिले हैं, जिनका वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। माना जा रहा है कि बैंकों में जमा यह धन भी रमेश जरकीहोली के कालेधन का हिस्सा है। रमेश जरकीहोली के दो अन्य भाई भी कर्नाटक में एमएलए हैं। रमेश जरकीहोली की तरह ही कर्नाटक प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष लक्ष्मी हेब्बलकर के भाई चन्नाराज बी हट्टीहोली के खाते में लगभग 11 करोड़ रुपये और मां गिरिजा हट्टीहोली के खाते में 25.5 करोड़ रुपये जमा किये जाने के सबूत मिले हैं।
इसके साथ ही हाईटेक इंजीनियरिंग कारपोरेशन नाम की कंपनी के खाते में भी 10.5 करोड़ रुपए जमा कराए गए थे। तीनों में कोई भी इन पैसों का स्त्रोत नहीं बता पा रहे हैं। लक्ष्मी हेब्बलकर से जुड़े ठिकानों पर मारे गए छापे में 20 लाख रुपये नकद बरामद किये गए हैं। आयकर विभाग का मानना है कि ये सभी पैसे लक्ष्मी हेब्बलकर के हैं। एक वरिष्ठ ने कहा कि इस मामले में जल्द ही रमेश जरकीहोली और लक्ष्मी हेब्बलकर को पूछताछ के लिए समन करेगी।
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