विजय माल्या को तगड़ा झटका देते हुए प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट ने उनके 1,000 करोड़ रुपये की कीमतों के शेयरों को बेचने की मंजूरी दे दी है।
करीब 1,000 करोड़ रुपये के यूनाइटेड ब्रेवरेज होल्डिंग्स के शेयर माल्या के पास है, जिसकी बिक्री पर रोक लगाने के लिए माल्या ने याचिका दायर की थी।
विशेष जज एम एस आजमी ने यह कहते हुए माल्या को राहत देने से इनकार कर दिया कि कोर्ट के पास ऐसी किसी प्रस्तावित बिक्री को रोकने का अधिकार नहीं है।
माल्या 2016 के मार्च में देश से फरार हो गए थे।
बीएसई में यूबीएल का शेयर करीब तीन फीसद की उछाल के साथ 1387 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
मंलगवार को यह शेयर 1347.90 रुपये पर बंद हुआ था और इस कीमत पर 74,04,932 शेयरों की बिक्री से करीब 999 करोड़ रुपये मिलेंगे।
बीयर बनाने वाली कंपनी हेनिकेन यूबीएल की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है। हेनिकेन की यूबीएल में 44 फीसद हिस्सेदारी है।
बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर फरार हो चुके माल्या की संपत्ति की बिक्री का यह पहला मामला है।
गौरतलब है कि कर्ज वसूली प्राधिकरण की बेंगलुरू बेंच ने 11 मार्च को इन शेयरों को बेचने का आदेश जारी किया था, जिस पर अदालत ने माल्या को राहत देने से इनकार कर दिया।
बैंक माल्या की बंद हो एयरलाइंस कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस को दिए गए कर्ज की वसूली के लिए उनकी संपत्तियों को जब्त कर उसकी नीलामी के जरिए रिकवरी करने की कोशिश कर रहे हैं।
करीब 1,000 करोड़ रुपये के यूनाइटेड ब्रेवरेज होल्डिंग्स के शेयर माल्या के पास है, जिसकी बिक्री पर रोक लगाने के लिए माल्या ने याचिका दायर की थी।
विशेष जज एम एस आजमी ने यह कहते हुए माल्या को राहत देने से इनकार कर दिया कि कोर्ट के पास ऐसी किसी प्रस्तावित बिक्री को रोकने का अधिकार नहीं है।
माल्या 2016 के मार्च में देश से फरार हो गए थे।
बीएसई में यूबीएल का शेयर करीब तीन फीसद की उछाल के साथ 1387 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
मंलगवार को यह शेयर 1347.90 रुपये पर बंद हुआ था और इस कीमत पर 74,04,932 शेयरों की बिक्री से करीब 999 करोड़ रुपये मिलेंगे।
बीयर बनाने वाली कंपनी हेनिकेन यूबीएल की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है। हेनिकेन की यूबीएल में 44 फीसद हिस्सेदारी है।
बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर फरार हो चुके माल्या की संपत्ति की बिक्री का यह पहला मामला है।
गौरतलब है कि कर्ज वसूली प्राधिकरण की बेंगलुरू बेंच ने 11 मार्च को इन शेयरों को बेचने का आदेश जारी किया था, जिस पर अदालत ने माल्या को राहत देने से इनकार कर दिया।
बैंक माल्या की बंद हो एयरलाइंस कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस को दिए गए कर्ज की वसूली के लिए उनकी संपत्तियों को जब्त कर उसकी नीलामी के जरिए रिकवरी करने की कोशिश कर रहे हैं।