रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप लगातार डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद को लेकर नवंबर महीने में चुनाव होने वाले हैं। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप लगातार डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। ट्रंप ने दूसरे दिन गुरुवार को भी उपराष्ट्रपति की नस्लीय पहचान पर सवाल उठाया। उन्होंने उनकी एक तस्वीर साझा कर हमला बोला। इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि अभी तक कमला हैरिस भारतीय विरासत पर जोर देती थीं, लेकिन वह अब अचानक से अश्वेत बन गई हैं।
इस पर हैरिस ने पलटवार करते हुए कहा था कि ट्रंप की टिप्पणी विभाजनकारी और अनादर से भरी है। दरअसल, अमेरिका की राजनीति में श्वेत और अश्वेत हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है, क्योंकि अमेरिका में भारी संख्या में अश्वेत मतदाता हैं।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने मौजूदा उपराष्ट्रपति पर हमला जारी रखा। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें हैरिस अपने परिवार के सदस्यों के साथ साड़ी पहने नजर आ रही हैं। ट्रंप ने कहा कि भारतीय विरासत के लिए कमला हैरिस का प्यार और गर्मजोशी सराहनीय है।
ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘कई साल पहले आपने जो अच्छी तस्वीर भेजी थी, उसके लिए धन्यवाद कमला! आपकी भारतीय विरासत के लिए आपकी गर्मजोशी, दोस्ती और प्यार की बहुत सराहना की जाती है।’
रिपब्लिकन उम्मीदवार ने क्या कहा था?
डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वह जानबूझकर अश्वेत पहचान भुनाने में लगी हैं। ट्रंप ने शिकागो में नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लैक जर्नलिस्ट्स कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा था कि वह (कमला हैरिस) हमेशा से खुद को भारत से जुड़ा हुआ बताती थीं। वह भारतीय संस्कृति का प्रचार करती थीं, लेकिन अब वह अचानक से अश्वेत हो गई हैं। वह अश्वेत कब से हो गईं? अब वह चाहती हैं कि उन्हें अश्वेत के तौर पर पहचाना जाए।
ट्रंप ने कहा था, ‘मुझे नहीं पता कि वह भारतीय है या अश्वेत है? मैं भारतीयों और अश्वेतों दोनों का ही सम्मान करता हूं लेकिन मुझे नहीं लगता कि हैरिस के मन में इन्हें लेकर सम्मान की भावना है? क्योंकि वह हमेशा से भारतीय थीं और खुद को भारत से जुड़ा हुआ बताती थी लेकिन अब वह अचानक से अश्वेत हो गई हैं।’
कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर क्यों उठे थे सवाल?
दरअसल, अमेरिकी चुनाव में श्वेतों के अलावा अश्वेतों, दक्षिण एशियाई मूल के लोगों और हिस्पैनिक लोगों का एक अच्छा-खासा वोटबैंक है। बाइडन के राष्ट्रपति चुनाव से पीछे हटने के बाद कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी संभाली है। उन्हें लगातार अश्वेतों और दक्षिण एशियाई मूल के लोगों का समर्थन मिल रहा है। हाल ही में हुए एक सर्वे में कमला हैरिस की रेटिंग में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई थी।
नस्लीय टिप्पणी पर कमला हैरिस का पलटवार
डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने पलटवार करते हुए कहा था, ‘जैसा कि आप लोग जानते हैं कि उपराष्ट्रपति बनने से पहले मैं सीनेटर रह चुकी हूं। सीनेटर चुने जाने से पहले मैं अटॉर्नी जनरल और उससे भी पहले डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी रह चुकी हूं। उससे पहले कोर्टरूम प्रॉसिक्यूटर की जिम्मेदारी भी निभा चुकी हूं।’
हैरिस ने कहा, ‘इन सभी भूमिकाओं में मेरा सामना हर तरह के अपराधियों से हुआ है। ऐसे अपराधी भी जिन्होंने महिलाओं का शोषण किया। ऐसे फ्रॉड जो लोगों को ठगते हैं। ऐसे लोग अपने फायदे के लिए नियमों को तोड़ते हैं। इसलिए जब मैं कहती हूं कि मैं डोनाल्ड ट्रंप का टाइप जानती हूं। तो मैं उनका टाइप जानती हूं और मैं उनके जैसे लोगों से डील करती रही हूं।’
उन्होंने कहा कि ट्रंप की टिप्पणी विभाजनकारी और अनादर से भरी है। ट्रंप हमेशा से ऐसा करते रहे हैं, लेकिन अमेरिका के लोग ट्रंप से अधिक योग्य व्यक्ति को चाहते हैं। दरअसल, कमला हैरिस अमेरिका की पहली अश्वेत और भारतीय-अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं। कमला की मां भारत और उनके पिता जमैका से थे।