होमियोपैथी दवाइयां कई तरह की बीमारियों में असरदार होती हैं। इन दवाइयों के बारे में कहा जाता है कि इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता साथ ही जल्द असर भी देखने को मिलता है। इसे लेकर हमने एक्सपर्ट से बात की जिन्होंने कई जरूरी जानकारियां दी। कब्ज से लेकर त्वचा और स्किन से जुड़ी कई समस्याओं में होमियोपैथी दवाइयां हैं असरदार।
होमियोपैथी में सभी छोटी- बड़ी बीमारियों का इलाज है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं कि जिन समस्याओं में सर्जरी ही एकमात्र उपाय है, उसका भी इलाज होमियोपैथी दवाएं कर सकती हैं। होमियोपैथी इलाज दो बातों पर खासतौर से निर्भर करता है- बीमारी की गंभीरता और समय, खैर ये हर तरह की इलाज में फॉलो किया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि होमियोपैथी की दवा में स्टेरॉयड्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसमें किसी भी तरह का ऐसा कोई पदार्थ नहीं शामिल होता, जिससे मरीज की सेहत और ज्यादा खराब हो जाए। छोटी- मोटी बीमारियों में होमियोपैथी दवाओं से तुरंत इलाज मिल जाता है। अभिज्ञान दास, जो एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं, उन्होंने बताया कि किन-किन बीमारियों में होमियोपैथी दवाएं कारगर है, जान लें आप भी इनके बारे में।
इन बीमारियों में असरदार है होम्योपैथी इलाज
- कब्ज
कब्ज होने पर मल त्याग में परेशानी होती है और कई बार खून भी निकलता है, तो इसे ठीक करने में होमियोपैथी डॉक्टर की मदद ले सकते हैं। - डर्मेटाइटिस
यह त्वचा की सूजन है, जो आमतौर पर खुजली, रेडनेस और दाने के रूप में नजर आती है। जिसमें आप होमियोपैथी दवाएं ले सकते हैं। - रूमेटॉइड आर्थराइटिस (आरए)
यह जोड़ों से जुड़ी गंभीर समस्या है, जिसमें जोड़ों में सूजन आ जाती है और समस्या बढ़ने पर चलना-फिरना तक दूभर हो जाता है। इस दर्द व सूजन को दूर करने में भी होमियोपैथी दवाइयां असरदार साबित हो सकती हैं। - पिसोरियासिस
यह एक ऑटोइम्यून कंडीशन है, जिसमें त्वचा पर लाल, सूजन के साथ सफेद चकत्ते हो जाते हैं। जो आमतौर पर घुटने, कोहनियों पर नजर आते हैं। - डिप्रेशन
यह मेंटल हेल्थ से जुड़ी एक समस्या है। लंबे समय तक तनाव की गिरफ्त में रहने से व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो सकता है। इसमें भी होमियोपैथी दवाएं मददगार हो सकती हैं।
ध्यान दें, होमियोपैथी हो या एलोपैथी, कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के खुद से लेने की गलती न करें। कई बार लोग बीमारियों के आम लक्षणों को देखते हुए दवाएं सजेस्ट कर देते हैं, लेकिन सिर्फ दवा का नाम पता होना ही काफी नहीं होता। होमियोपैथी इलाज में डोज के साथ कॉम्बिनेशन के बारे में भी पता होना जरूरी है। इसलिए डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें।