टीम इंडिया इस समय भारत और वेस्टइंडीज के बीच शुक्रवार को शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की तैयारी कर रही है. टीम ने पहला मैच राजकोट में एक पारी और 272 रनों से जीता था. इस सीरीज में वेस्टइंडीज की टीम पहले से ही कमजोर मानी रही थी और टीम इंडिया प्रबंधन ने शुरू से ही संकेत दिए थे कि इस सीरीज में टीम सिलेक्शन में आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए प्रयोग किए जाएंगे. इसी बीच बुधवार को सीओए की बैठक होने जा रही है जिसमें टीम के कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ ही टीम इंडिया के दूसरे कप्तान रोहित शर्मा को भी बुलाए जाने की खबर है.
इस बैठक में अहम मुद्दा वेस्टइंडीज के लिए वनडे सीरीज के लिए टीम के चयन की चर्चा होने की उम्मीद है. अभी यह तय नहीं है कि टीम का चयन पहले तीन मैचों के लिए किया जाएगा या पूरी सीरीज के लिए. सीमित ओवरों के चरण की शुरुआत 21 अक्टूबर से होगी जिसमें पांच वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे.
उल्लेखनीय है कि रोहित शर्मा की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने एशिया कप में जीत हासिल की थी जिसके बाद उनकी कप्तानी की काफी तारीफ हुई थी. तारीफ करने वालों में टीम के कोच रवी शास्त्री भी शामिल थे. रोहित शर्मा ने तब कहा था कि वे टीम में बार बार बदलाव के पक्षधर नहीं हैं. उनका कहना था कि इससे खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर असर पड़ता है.
रोहित ने कहा था, कोई अंदर-बाहर होना पसंद नहीं करता
रोहित ने कहा था कि कोई टीम से अंदर-बाहर होना पसंद नहीं करता है. हम सभी खिलाड़ियों के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाना चाहते हैं, जिससे कि आजादी से खेल सकें. एक कप्तान या खिलाड़ी के तौर पर आप चाहते हैं कि आपकी टीम और खिलाड़ी भी अपनी जगह को लेकर स्थिर रहें. गौरतलब है कि इंग्लैंड दौरे पर टीम में बार बार बदलावों को लेकर भी टीम इंडिया और विराट की यह कह कर आलोचना की गई थी इससे टीम में असुरक्षा का माहौल पैदा होता है. बताया गया था कि यह टीम में विश्वास कमी को भी दर्शाता है.
खिलाड़ियों की आचार संहिता पर भी बात होने की संभावना है
हैदराबाद में होने वाली इस बैठक में केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए आचार संहिता और अतिरिक्त सहायक स्टाफ की जरूरत पर भी बात होगी. हाल में करुण नायर और मुरली विजय ने कहा था कि चयनकर्ताओं या टीम प्रबंधन ने उन्हें टीम से बाहर करने को लेकर कोई जानकारी नहीं दी. इसके बाद से टीम प्रबंधन, चयनकर्ताओं और टीम से बाहर किए गए खिलाड़ियों के बीच संवाद प्रणाली पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
बाहर होने वाले खिलाड़ियों से बात की गई थी!
चयन समिति पर विजय और नायर के सार्वजनिक बयानों को अनुबंधित खिलाड़ियों की आचार संहिता का उल्लंघन माना जा रहा है. चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने कहा कि चयनकर्ता देवांग गांधी ने संबंधित खिलाड़ियों से बात की थी. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह मुद्दा बैठक में उठाया जाएगा. मुरली विजय ने सही तस्वीर पेश नहीं की है. देवांग गांधी ने टीम मैनेजर सुनील सुब्रमण्यम की मौजूदगी में चयनकर्ताओं की स्थिति से विजय को अवगत कराया था.’
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए यह मुद्दा होगा खास
बीसीसीआई की इस अहम बैठक में मुख्य चर्चा ऑस्ट्रेलिया में होने वाली चार टेस्ट मैचों की सीरीज पर केंद्रित होगी. इसकी शुरुआत छह दिसंबर से एडिलेड में होगी. भारतीय टीम प्रबंधन बेहतर तैयारी के लिए पहले टेस्ट से पूर्व अतिरिक्त अभ्यास मैच की मांग कर चुका है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. ऐसे में टेस्ट सीरीज से पहले अतिरिक्त अभ्यास मैच का इंतजाम किया जा सकता है.
इन सबके अलावा सबसे बड़ी बात यही है कि अब बीसीसीआई की नीतियों में अहम बदलाव हो सकते हैं जिससे कि आगामी दौरों खासतौर पर विदेशी दौरे में टीम प्रबंधन की नीति स्पष्ट होनी की संभावना बताई जा रही है. इस नीति में खिलाड़ियों को भूमिका को भी साफ किए जाने की उम्मीद जाहिर की जा रही है.