कठुआ मामले को लेकर कठुआ जिला एवं सत्र न्यायालय में क्राइम ब्रांच द्वारा आरोपी बनाए गए 7 लोगाें की पेशी आज होगी। सुबह दस बजे सभी आरोपियों को कोर्ट में लाया जाएगा। दूसरी तरफ नाबालिग आरोपी की पेशी 24 अप्रैल को तय हुई है। जिला जेल कठुआ से मामले में आरोपी बनाए गए सांझी राम, दीपक खजूरिया, सुरिंद्र वर्मा, विशाल जंगोत्रा, तिलक राज, आनंद दत्ता और परवेश कुमार को पेश किया जाएगा। इससे पहले दो स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटरों को मामले में नियुक्त किया गया है। इन्हें प्रधान एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि रसाना गांव की 8 वर्षीय बच्ची दस जनवरी को लापता हुई थी, जिसके बाद 17 जनवरी को उसका शव गांव के ही नजदीक जंगल से बरामद हुआ था। पुलिस पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाने के बाद एसआईटी का गठन हुआ, जिसके बाद विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ।
इसके बाद मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया। फरवरी के पहले सप्ताह से गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हो गया और क्राइम ब्रांच द्वारा रसाना कांड के मास्टरमाइंड बताए गए सांझी राम ने भी मार्च के दूसरे पखवाड़े में आत्मसमर्पण कर दिया था। मामले की चार्जशीट क्राइम ब्रांच ने नौ अप्रैल को पेश की थी।
जम्मू-कश्मीर की जगह कहीं और हो रसाना मामले की सुनवाई
कठुआ कांड को लेकर एडवोकेट तालिब हुसैन सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि आठ वर्षीय बच्ची के साथ जो घिनौना अपराध किया गया है ऐसे में उसके लिए इंसाफ की आवाज उठाने वाले व्यक्ति को सुरक्षा दी जानी चाहिए। खासकर बच्ची के परिवार के सदस्यों को और उन लोगों को जो लगातार मामले को दबाए जाने से बचाने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं। इसी को लेकर वह सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे।
तालिब ने बताया कि इसके बाद यह भी अर्जी दी जाएगी कि मामले की सुनवाई जम्मू संभाग में न हो। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मामले की सुनवाई सुरक्षित नहीं है। ऐसे में किसी सुरक्षित जगह पर सुनवाई होनी चाहिए, जिसके लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई जाएगी।
कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ जिस तरह की हैवानियत हुई, उससे पूरी मानव जाति शर्मसार हुई है। एक बच्ची के साथ हुई ऐसी दरिंदगी से लोग दहशत में हैं, वहीं अब खबर आ रही है कि इस मामले में पीड़िता की ओर से केस लड़ रही वकील दीपिका सिंह राजावत को धमकियां मिल रही हैं।
दीपिका ने रविवार को मीडिया के सामने आकर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उन्हें इस केस को छोड़ने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है। इस बीच उन्होंने यह भी बताया कि वह अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अपील करेंगी।
उन्होंने बताया कि मैं नहीं जानती मैं कब तक जिंदा हूं। मेरा कभी भी रेप किया जा सकता है। भीड़ मुझे मार सकती है। मुझे नुकसान पहुंचा सकती है। मुझे शनिवार को ये धमकियां मिली थी। वो कह रहे थे कि मुझे नहीं छोड़ेंगे। मैं सोमवार को यह बताने सुप्रीम कोर्ट जा रही हूं कि मेरी जान को खतरा है।