स्पीकर और हेडफोन बनाने वाली कंपनी बोस पर लोगों की जासूसी करने का आरोप लगा है। अमेरिका में कंपनी पर आरोप लगाया गया है कि वह अपने ब्लूटुथ हेडफोन से लोगों की जासूसी कर रही है। सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा कि कोई हेडफोन से कैसे जासूसी कर सकता है। इस संबंध में शिकागो की एक कोर्ट में बोस के खिलाफ शिकायत भी की गई है। रिपोर्ट के मुताबित बोस एक ऐप के जरिए जासूसी कर रही है। ये कोई आम ऐप नहीं बल्कि वही ऐप है जिसकी मदद से फोन में म्यूजिक सुनते हैं। चौकाने वाली बात तो ये है कि कंपनी पर यूजर्स के डाटा चोरी करके बेचने का भी आरोप है।
शिकागो की फेडरल कोर्ट में काइल ज़ैक नाम की महिला ने शिकायत की। शिकायत में कहा गया है कि बोस अपने ‘बोस कनेक्ट’ ऐप के जरिए जासूसी कर रही है। यह ऐप एंड्रॉयड और आईफोन यूजर्स दोनों के लिए है। कंपनी पर आरोप है कि वह अपने ग्राहकों की ई-मेल आईडी, नाम और हेडफोन के सीरियल नंबर को ट्रैक करती है और उन्हें सेगमेंट डॉट आईओ जैसी वेबसाइट्स को बेचती है। सेगमेंट वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन्स से लोगों का डेटा इकट्ठा करती है। यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल मार्केट रिसर्च में होता है। हालांकि कनेक्ट ऐप में बोस ने डेटा इक्ट्ठा करके बेचने के आरोपों से इनकार किया है। बोस का कहना है कि वह यूजर्स का डेटा सिर्फ अपने पास रखती है। वह इस डेटा को किसी कंपनी को नहीं बेचती है। काइल ज़ैक ने कहा कि उन्होंने अपनी जानकारी इकट्ठा करने के लिए कंपनी को कभी अनुमति नहीं दी। अगर उनको पता होता कि इस हेडफोन के जरिए उनकी जानकारियां इकट्ठा की जाएंगी तो वह इस हेडफोन को नहीं खरीदतीं।
बोस कनेक्ट ऐप यूजर्स को हेडफोन के साथ इंटरैक्ट करने, सॉफ्टवेयर अपडेट करने और हेडफोन के साथ किसी भी समय कनेक्ट होने वाले डिवाइस को मैनेज करने की अनुमति देता है। यदि कुछ सुनने के लिए हेडफोन का उपयोग किया जा रहा है, तो उसकी डिटेल्स कनेक्ट ऐप में दिखाई देती रहेंगी। जिन हेडफोन के जरिए बोस पर जासूसी का आरोप लगा है उनमें क्वाइट कंफर्ट 35, क्वाइट कंट्रोल 30, साउंड लिंक अराउंड ईयर, वायरलैस हेडफोन्स II, साउंड लिंक कलर II, साउंड स्पोर्ट वायरलैस और साउंड स्पोर्ट पल्स वायरलैस हेडफोन शामिल हैं।